By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 05, 2019
नई दिल्ली। राज्यसभा ने जम्मू एवं कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019 को मंजूरी दी। इस विधेयक के पक्ष में 125 वोट पड़े जबकि विरोध में 61 सांसदों ने वोट किया। बिल पास होने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रणाम किया और उन्होंने शाह की पीठ थपथपाकर आशीर्वाद दिया।
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अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में आश्वासन दिया कि जम्मू कश्मीर को केन्द्र शासित क्षेत्र बनाने का कदम स्थायी नहीं है तथा स्थिति समान्य होने पर राज्य का दर्जा बहाल कर दिया जाएगा। शाह ने उच्च सदन में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के लिए लाये गये संकल्प पर चर्चा का जवाब देते हुए यह बात कही। इस संकल्प में जम्मू कश्मीर से लद्दाख को अलग कर जम्मू कश्मीर को विधायिका वाला केन्द्र शासित क्षेत्र बनाने का प्रावधान है।
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विपक्ष ने राज्य का दर्जा लिये जाने के कदम का काफी विरोध किया था। गृह मंत्री ने विपक्ष की इन आपत्तियों की चर्चा करते स्पष्ट किया कि जम्मू कश्मीर में जैसे ही स्थिति सामान्य होगी और उचित समय आयेगा, हम जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा दे देंगे। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर देश का मुकुट मणि है और बना रहेगा। उन्होंने चर्चा के दौरान कुछ सदस्यों द्वारा अनुच्छेद 370 हटने के बाद राज्य के कोसोवो बनने की आशंकाएं जताये जाने का जिक्र करते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि यह कोसोवो नहीं बनेगा।