भाजपा के साथ गठबंधन नहीं होने पर उत्तरप्रेदश में अपने बूते पर चुनाव लड़ सकता है जदयू

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 01, 2021

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू) ने बृहस्पतिवार को स्पष्ट किया कि वह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ना पसंद करेगी, लेकिन ऐसा नहीं होने पर वह अपने बुते चुनावी समर में उतरने से नहीं कतराएगी।

जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के संबंध में अपनी पार्टी की रणनीति पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, ‘‘निस्संदेह हम वहां लड़ने जा रहे हैं। बेशक हम भाजपा के साथ गठबंधन करना पसंद करेंगे। लेकिन, अगर ऐसा नहीं होता है, तो हम अकेले जाने का विकल्प चुन सकते हैं।’’

 

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बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन में भागीदार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उत्तरप्रदेश में सत्ता में है और यहां उसने पांच साल पहले विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की थी। पार्टी ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी शानदार प्रदर्शन किया था।

जदयू हालांकि बिहार और राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा का सहयोगी है लेकिन अन्य राज्यों में इनका गठबंधन नहीं बन पाया है। जदयू ने गुजरात में भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ा था।

जदयू ने अरुणाचल प्रदेश में कुछ सफलता हासिल कर मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में वहां आयी थी, लेकिन सत्ता में आयी भाजपा ने हाल ही में पूर्वोत्तर राज्य में जदयू के कई विधायकों को अपने दल में शामिल कर लिया।

अगले महीने बिहार की दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में जदयू की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर कुशवाहा ने कहा, ‘‘हमें किसी चुनौती का सामना नहीं करना पड़ता है। कुशेश्वर अस्थान और तारापुर दोनों ही हमारी सीटें थीं और सत्ताधारियों के दुखद निधन पर खाली हो गईं। हमारी जीत निश्चित है। हम केवल यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि जीत का अंतर बड़ा हो।

 

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