आरएसएस के शो में जिन्ना: कायद-ए-आजम 40 की उम्र में 16 साल की पारसी लड़की को दे बैठे थे दिल

By टीम प्रभासाक्षी | Mar 15, 2022

शुक्रवार को गुजरात के अहमदाबाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक हुई। इस दौरान संघ की प्रदर्शनी में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की फोटो भी 200 विशिष्ट व्यक्तियों की फोटो में शामिल थी। आरएसएस ने जिन्ना की फोटो लगाने के पीछे की वजह उनका जन्म स्थान गुजरात होना बताया। इस पर कई तरह की चर्चा हो रही है। आइए हम आपको जिन्ना की जिंदगी के कुछ अनछुए पहलुओं से रूबरू कराते हैं।


अपने से 24 साल छोटी लड़की पर हो गए थे फिदा

कायद-ए-आजम के नाम से मकबूल जिन्ना को साउथ एशिया के प्रभावशाली नेताओं में से एक माना जाता था। सियासत में बेबाक रुख अपनाने वाले जिन्ना ने अपनी जिंदगी में भी ऐसे ही कई फैसले लिए थे। ये फैसले उनके अलग व्यक्तित्व को दर्शाते हैं। जब दिल की बात आई तो जिन्ना अपने से 24 साल छोटी रति पर फिदा हो गए थे। पारसी परिवार में पैदा हुए रति जिन्ना के दोस्त दिनशॉ की बेटी थीं।


जिन्ना पर भड़क उठे थे रति के पिता

1916 में गर्मियों में जिन्ना अपने दोस्त और क्लाइंट सर दिनशॉ पेतित के यहां दार्जिलिंग पहुंचे। वहीं जिन्ना ने उनकी 16 साल की बेटी रति को देखा। एक झलक देखकर ही जिन्ना रति पर फिदा हो गए और उन्हें दिल दे बैठे। दार्जिलिंग में ही डिनर के बाद जिन्ना ने सर दिनशॉ से सवाल किया कि दो धर्मों के लोगों के बीच शादी के बारे में आपका क्या कहना है?


मिस्टर एंड मिसेज जिन्ना पुस्तक की संपादक शीला रेड्डी ने लिखा है कि जब जिन्ना ने अपने दोस्त के सामने उनकी इकलौती बेटी से शादी का प्रस्ताव रखा तो वे आग बबूला हो गए। दिनशॉ ने कहा कि रति कितनी छोटी बच्ची है। तुम्हारी और उसकी उम्र में कितना फासला है?


रति बनी मरियम

20 फरवरी 1900 को जन्मी रति भी जिन्ना से प्यार करने लगी थीं। वह मुंबई के सबसे संपन्न परिवारों में से एक की संतान थीं। रति की मां का नाम दीनाबाई पेतित था। 18 साल की होने के बाद रति और जिन्ना में नजदीकियां बढ़ने लगी। जिन्ना ने रत्ती का धर्म परिवर्तन करा कर निकाह किया और उसके बाद रति मरियम जिन्ना गईं। हालांकि उन्होंने कभी इस नाम का इस्तेमाल नहीं किया।


 रति को कहा जाता था फ्लावर ऑफ बॉम्बे

रति फैशनेबल थीं। वह पारसी कपड़े पहनना पसंद करती थीं। उस जमाने में रति का नाम बॉम्बे (अब मुंबई) की सबसे खूबसूरत लड़कियों में शामिल था। उन्हें फ्लावर ऑफ बॉन्बे कहा जाता था। इतना ही नहीं उस समय उन्हें मोस्ट वेल ड्रेस्ड वूमेन भी कहा जाता था।

 

रति ने खत में लिखा मैंने तुमसे बेपनाह मोहब्बत की है

रति जिन्ना से बेपनाह मोहब्बत करती थीं। इसका अंदाजा जिन्ना को लिखें रति के अंतिम खत से लगाया जा सकता है। 25 अक्टूबर 1928 को उन्होंने जिन्ना को अपना अंतिम खत लिखा था। इस खत में उन्होंने जिन्ना को लिखा, मेरी जान, मैंने तुमसे बेपनाह मोहब्बत की है। ऐसी मोहब्बत चुनिंदा लोगों को ही नसीब होती है। जो इस लायक होते हैं।

 

बाद के दिनों में ब्रिटिश भारत के सियासत ने करवट ली। जिन्ना उस सियासत के एक धुरी बन गए। देश को विभाजित करने की मांग की जाने लगी। नतीजा यह हुआ कि 1926 आते-आते रति और जिन्ना के बीच दूरियां बढ़ने लगीं। रति यह समझने लगी थींकि जिन्ना के रास्ते अब बदल चुके हैं। 20 फरवरी 1929 को 29 साल की उम्र में रति ने दुनिया को अलविदा कह दिया।पाकिस्तान बनने के बाद जिन्ना दुनिया भर में मशहूर हो चुके थे। इन सबके बीच रती के साथ उनके प्यार की चर्चा इतिहास के पन्नों मे हाशिए पर चली गई।


जिन्ना और रति से एक बेटी पैदा हुई जिसका नाम दिना जिन्ना था। दिना को अपनी मां की कमी बहुत खलती थी। पिता ने उन्हें पढ़ाई के लिए इंग्लैंड भेजा और बहन फातिमा से कहा कि उनकी बेटी को इस्लाम की तालीम दें। लेकिन दिना के मन किसी दूसरी ओर चल रहा था। 17 साल की उम्र में उनको एक भारतीय पारसी नेविली वाडिया से प्यार हो गया। जिन्ना को यह बात बिल्कुल बर्दाश्त नहीं हुई। लेकिन दिना ने अपने पिता की मर्जी के खिलाफ अपने प्यार को चुना। हालांकि यह शादी ज्यादा नहीं चली पर दिना जिंदगी भर भारत में ही रहीं।


ये थीं जिन्ना की पहली बीवी

रति से पहले जिन्ना की शादी एमी बाई से हुई थी। जब वे पढ़ाई कर रहे थे उस दौरान ही उनकी मां ने उनकी शादी चचेरी बहन एमी बाई से करवा दी। इसके बाद जिन्ना पढ़ाई के लिए इंग्लैंड चले गए। उसी दौरान जिन्ना की मां और बीवी गुजर गईं। उस दौरान एमी बाई की उम्र महज 15 वर्ष थी।

 

तिलक का मुकदमा लड़ा

मोहम्मद अली जिन्ना ने मुंबई यूनिवर्सिटी से मैट्रिक पास की थी। वे मात्र 19 बरस की उम्र में वकील बन गए। राजद्रोह के आरोप का सामना कर रहे बाल गंगाधर तिलक ने 1905 में जिन्ना को अपना वकील बनाया था। हालांकि वह मुकदमा जीत नहीं सके और तिलक को सश्रम कारावास की सजा हुई थी।


जिन्ना मूल रूप से गुजराती थे। उनके पिता जिन्नाभाई पुंजा की पैदाइश गुजरात, काठियावाड़ के पनेली में हुई थी। वह एक प्रसिद्ध व्यापारी थे और जिन्ना के जन्म से पहले सिंध (अब पाकिस्तान) मे जाकर बस गए थे। जिन्ना पाकिस्तान की स्थापना के बाद पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल बने। टीवी की बीमारी से ग्रसित जिन्ना की कराची में 11 सितंबर 1948 को रात के लगभग 10:30 बजे मौत हो गई।

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