By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 20, 2019
जकार्ता। इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो ने रविवार को दूसरी और अंतिम बार पांच वर्ष के लिये पदभार ग्रहण किया। गरीबी से उठकर लोकतंत्र को आगे बढ़ाने की मुहिम का हिस्सा बने विडोडो ने भ्रष्टाचार से मुकाबला किया और दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाले देश के आधुनिकीकरण का काम किया। जकार्ता में शपथ ग्रहण समारोह से पहले सैनिक और पुलिस के जावानों को बख्तरबंद वाहनों, एंबुलेंस के साथ तैनात किया गया था।
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देश के सुरक्षा मंत्री पर एक इस्लामी आतंकी दंपति द्वारा 10 अक्टूबर को चाकू से किये गए हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और चाक-चौबंद कर दिया गया है। अपनी साधारण शैलीके लिए चर्चिच विडोडो (58) संसद में बेहद सादगी के साथ शपथ ली। इस दौरान शपथ ग्रहण होने के बाद आयोजित की जानेवाली परेड भी नहीं हुई। पिछले शपथ ग्रहण के बाद विडोडो एक बग्घी में सवार होकर जकार्ता की सड़कों से गुजरे थे और इस दौरान हजारों की संख्या में समर्थक उनके स्वागत के लिये खड़े थे।
समारोह के लिये जाते वक्त रविवार को विडोडो अपने कुछ सुरक्षाकर्मियों के साथ काफिले कीगाड़ी से उतरे और समर्थकों से हाथ मिलाया। विडोडो ने संसद रवाना होने से पहले संवाददाताओं से कहा कि यह दूसरा मौका है सबसे महत्वपूर्ण, इंडोनेशिया में समृद्धि लाने के लिये हमें तत्काल साथ मिलकर काम करने की जरूरत है।” उन्होने कहा कि उन्होंने अपने मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को चुन लिया है।