पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में शुरू हुआ ‘भारत बंद’ का तांडव

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 10, 2018

कोलकाता। पेट्रोलियम पदार्थ की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस और विभिन्न विपक्षी पार्टियों की ओर से बुलाया गया ‘भारत बंद’ पश्चिम बंगाल सरकार के तमाम उपायों के बीच कोलकाता और उपनगरों में जारी है। तृणमूल कांग्रेस ने रुपये के मूल्य में गिरावट समेत मुद्दे को तो समर्थन दिया है लेकिन वह बंद के खिलाफ है।

कांग्रेस ने सुबह नौ बजे से छह घंटे का बंद बुलाया है जबकि माकपा नीत वाम मोर्चे ने 12 घंटे का बंद बुलाया है जो सुबह छह बजे से शुरू हुआ है। तकरीबन सभी स्कूल और कॉलेज खुले हुए हैं और परीक्षाएं भी चल रही हैं जबकि सुबह में दफ्तर जाने वाले लोग भी कार्यालय जाते दिखे।

कोलकाता यातायात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बंद का असर जन जीवन पर नहीं पड़े, इसके लिए सभी उपाय किए गए हैं। बंद के समर्थकों ने जादवपुर स्टेशन पर रेल की पटरियों पर प्रदर्शन किया लेकिन यात्रियों के विरोध के बाद वह वहां से हट गए।

कर्नाटक में भी सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। प्रदेश में इस बंद को सत्तारूढ़ जद एस का भी समर्थन है। सरकारी बसें, निजी टैक्सी और अधिकांश ऑटोरिक्शाओं के नहीं चलने के कारण सुबह में शहर की सड़कें सुनसान रही। व्यापारिक प्रतिष्ठान, दुकान, मॉल, कुछ निजी व्यवसायिक स्थल बंद रहे। सूत्रों ने बताया कि आमतौर पर चहल पहल वाली बेंगलूरू में व्यस्त सेन्ट्रल बस स्टैंड सुनसान नजर आयी।

 

सूत्रों ने बताया कि केएसआरटीएस की बसें नहीं चली जबकि शहरी बस सेवा भी बंद रही। कांग्रेस, जद (एस), वाम दल और अन्य कई संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ता बंद को सफल बनाने के लिए सड़कों पर उतरे। वे पेट्रोल और डीजल कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। राज्य के कई अन्य हिस्सों में बंद सफल रहा। इसमें तुमाकुरु, रामनगर, मंड्या, चन्नपटना, हासन, मंगलुरु, कामराजनगर, मैसूर, हुबली, बीदर और कोलार शामिल है।

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