By अंकित सिंह | Mar 13, 2023
चुनावी साल में कर्नाटक में जबरदस्त राजनीति हो रही है। भाजपा की ओर से ध्रुवीकरण की भी कोशिश की जा रही है। टीपू सुल्तान का मुद्दा भी उठाया जा रहा है। इन सबके बीच कर्नाटक के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व डिप्टी सीएम केएस ईश्वरप्पा का भी बयान सामने आ गया है। उन्होंने अजान और अल्लाह को लेकर विवादित बयान दे दिया था। हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने अपनी सफाई में यह भी कहा कि उनका इरादा किसी धर्म की निंदा करना नहीं था बल्कि आम लोगों की भावनाओं को उठाना था।
अपने बयान में केएस ईश्वरप्पा ने कहा कि मैं जहां भी जाता हूं यह (अजान) मेरे लिए सिरदर्द होता है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह जल्द ही समाप्त हो जाएगा क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का फैसला है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने सभी धर्मों का सम्मान करने के लिए कहा, लेकिन मुझे पूछना चाहिए कि क्या अल्लाह केवल तभी सुन सकता है जब आप माइक्रोफोन पर चिल्लाते हैं? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हिंदू भी मंदिरों में पूजा करते हैं। हम उनसे ज्यादा आस्था रखते हैं और यह भारत माता है जो धर्मों की रक्षा करती है।
इसके साथ ही भाजपा नेता ने कहा कि लेकिन अगर आप कहते हैं कि अल्लाह केवल तभी सुनता है जब आप माइक्रोफोन का इस्तेमाल करते हुए प्रार्थना करते हैं, तो मुझे सवाल करना चाहिए कि क्या वह बहरा है। इस मुद्दे का समाधान किया जाना चाहिए। सफाई में उन्होंने कहा कि कर्नाटक में अभी परीक्षाएं चल रही हैं, छात्र और अभिभावक शिकायत कर रहे हैं कि अजान और लाउडस्पीकर के कारण छात्र ठीक से पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। यह अच्छी बात नहीं है।