By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 20, 2021
‘जी-23’ के नेता एम वीरप्पा मोइली ने पार्टी को चुनावी रूप से अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए इसकी ‘‘बड़ी सर्जरी’’ की आवश्यकता पर जोर दिया था। मोइली के इस बयान के कुछ दिन बाद खुर्शीद ने कहा कि ये ‘‘अच्छे वाक्यांश उत्तर नहीं हैं’’, क्योंकि पार्टी नेताओं को पिछले 10 वर्ष में पैदा हुई चुनौतियों से मिलकर निपटने की जरूरत है। खुर्शीद ने को दिए साक्षात्कार में कहा कि यह फैसला राहुल गांधी को करना है कि वह पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ना चाहते हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि राहुल पार्टी अध्यक्ष हों या न हों, वह ‘‘हमारे नेता’’ रहेंगे।