व्लादिवोस्तोक। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग ने बृहस्पतिवार को आमने-सामने अपनी पहली मुलाकात में दोनों देशों के बीच निकट संबंध स्थापित करने का संकल्प लिया। रूस के व्लादिवोस्तोक शहर में दोनों नेताओं के बीच शिखर वार्ता ऐसे समय में हो रही है जब किम अमेरिका के साथ अपने परमाणु गतिरोध के संबंध में समर्थन हासिल करना चाहते हैं और पुतिन इस मामले में रूस को भी एक खिलाड़ी के तौर पर पेश करना चाहते हैं।
वार्ता के लिए जाने से पहले दोनों नेता एक दूसरे को देखकर मुस्कुराए और उन्होंने हाथ भी मिलाया। किम और पुतिन की वार्ता उम्मीद से लंबी, करीब दो घंटे चली। बैठक के लिए जाने से पहले दिए संक्षिप्त बयानों में दोनों नेताओं ने रूस और उत्तर कोरिया के ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत बनाने की उम्मीद व्यक्त की। किम ने कहा कि वह रूस के साथ आधुनिक संबंधों को ‘‘अधिक स्थिर एवं मजबूत’’ बनाना चाहते हैं और पुतिन ने कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच कूटनीतिक एवं आर्थिक संबंधों को मजबूत करेगी।
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किम ने ‘‘बहुत अच्छी’’ बैठक के लिए पुतिन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि हमारे बीच साझा हित के मामलों पर अर्थपूर्ण वार्ता हुई। पुतिन ने भी कहा कि दोनों के बीच विस्तार से बात हुई लेकिन किसी ने भी इस बारे में अधिक जानकारी मुहैया नहीं कराई। इससे पहले किम की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ हनोई में शिखर वार्ता बिना किसी समझौते के ही समाप्त हो गई थी। ट्रम्प के साथ वार्ता समय से पहले समाप्त होने के बाद किम की किसी अन्य राष्ट्राध्यक्ष के साथ यह पहली बैठक है।