सपा के कद्दावर नेता नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन का निधन, सीएम योगी ने जताया दुख

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 19, 2022

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद हसन का शनिवार को बीमारी के कारण निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। उनके दो बेटे और पांच बेटियां हैं। हसन के दामाद फिदा हुसैन अंसारी ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती थे। शनिवार सुबह करीब 11 बजे उनका निधन हो गया। हसन को उनके गृह जनपद अम्बेडकर नगर के पैतृक गांव जलालपुर में रविवार सुबह सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वह पूर्व पुलिस अधिकारी थे। बाद में समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव उन्हें राजनीति में ले आये थे।

इसे भी पढ़ें: UP Election 2022 । रायबरेली में बोले अमित शाह- यूपी में कोई बाहुबली नहीं है, अगर है तो सिर्फ बजरंगबली हैं

हसन सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। वर्तमान में वह विधान परिषद सदस्य और नेता प्रतिपक्ष थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हसन के निधन पर दुख व्यक्त किया है। सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अहमद हसन के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। यादव ने ट्वीट कर कहा, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष श्री अहमद हसन साहब का निधन हम सबके लिए बहुत दुख का विषय है। (उन्हें) भावभीनी श्रद्धांजलि। इससे पहले, समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर जानकारी दी थी, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष, पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वरिष्ठ समाजवादी नेता जनाब अहमद हसन जी का इंतकाल अपूरणीय क्षति है। शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना। दिवंगत आत्मा को शांति दें भगवान। विनम्र श्रद्धांजलि।

प्रमुख खबरें

Messi event controversy के बाद बंगाल में खेल मंत्रालय की कमान संभालेंगी ममता बनर्जी

IPL 2026 नीलामी: यूपी के प्रशांत वीर पर CSK ने लगाया 14.20 करोड़ का बड़ा दांव

IPL 2026 नीलामी: कैमरन ग्रीन बने सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी, KKR ने लगाए 25.20 करोड़

इंडसइंड बैंक में HDFC समूह की एंट्री, भारतीय रिज़र्व बैंक से 9.5% हिस्सेदारी की मंजूरी