By अनन्या मिश्रा | Oct 01, 2025
आज ही के दिन यानी की 01 अक्तूबर को पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री रहे लियाकत अली खान का जन्म हुआ था। लियाकत अली खान के प्रधानमंत्री बनने के कुछ ही साल बाद उनकी हत्याकर दी गई थी। वह 4 साल 2 महीने और 2 दिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे थे। लियाकत अली खान ने अपने सियासी सफर की शुरूआत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ की थी। वहीं आजादी से पहले देश में अंतरिम सरकार बनी थी, इस दौरान वित्त विभाग का कार्यभार मुस्लिम लीग के लियाकत अली खान के पास था। तो आइए जानते हैं उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री रहे लियाकत अली खान के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
हरियाणा के करनाल जिले में 01 अक्तूबर 1895 को लियाकत अली खान का जन्म हुआ था। उन्होंने अपनी शुरूआती शिक्षा पूरी करने के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त की थी। इसके बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री हासिल की।
बता दें कि लियाकत अली खान ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ की थी। भारत-पाकिस्तान के पूरी तरह आजाद होने से पहले अंग्रेजों के अधीन देश में टेम्परेरी सरकार बनी थी। इस सरकार के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू थे। जोकि आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री थी। इस सरकार में लियाकत अली खान फाइनेंस मिनिस्टर थे। इतना ही नहीं उस दौरान उन्होंने भारत का बजट भी पेश किया था।
हालांकि बाद में लियाकत खान ने मुस्लिम लीग ज्वॉइन कर ली और वह मोहम्मद अली जिन्ना के साथ मिलकर पाकिस्तान की मांग रखी। देश के बंटवारे के बाद लियाकत अली खान पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री बने थे।
भारत पाकिस्तान विभाजन के बाद जब साल 1948 में पाकिस्तान ने भारत पर पहला हमला किया था, उस दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री लियाकत अली खान थे। बताया जाता है कि जिस समय पाकिस्तान की तरफ से भारत पर हमला किया गया था, तो लियाकत अली खान चाहते तो यह हमला रोक सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। वहीं लियाकत की मृत्यु के 5-6 साल के अंदर ही मिलिट्री जनरल अयूब खान ने सत्ता पलट कर दी और पाकिस्तान में मिलिट्रा राज शुरू हो गया।
पाकिस्तान की संसद में जब लियाकत अली खान ने पहला बजट प्रस्तुत किया, तो लोगों ने इसको पुअर मैन बजट करार दिया। वहीं 16 अक्तूबर 1951 को जब लियाकत अली खान एक सभा को संबोधित कर रहे थे, तो उस दौरान उनकी गोली मारकर हत्याकर दी गई। हालांकि यह गोली किसने और क्यों बनाई इस पर अभी भी राज बना हुआ है।