नयी दिल्ली। पूर्व राकांपा नेता तारिक अनवर ने सोमवार को कहा कि देश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति वर्ष 2004 जैसी ही है जब विपक्षी दलों में ‘‘एकता के अभाव की बात’’ थी, लेकिन फिर भी उन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा को पटखनी दे दी थी। कटिहार से सांसद अनवर ने हाल में पार्टी प्रमुख शरद पवार से मतभेदों के चलते राकांपा से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा नीत राजग का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों का गठबंधन बनाने के प्रयास जारी हैं।
भाजपा के इस सवाल पर कि विपक्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला करने में असमर्थ है, अनवर ने कहा कि यह ‘‘एक गैर मुद्दा’’ है। अनवर ने कहा, ‘‘वर्तमान राजनीतिक स्थिति 2004 जैसी है जब एकता के अभाव की बात के बीच अटल बिहारी वाजपेयी के सामने प्रधानमंत्री पद का कोई उम्मीदवार न होने और शाइनिंग इंडिया अभियान के बावजूद लोगों ने विपक्षी दलों को वोट दिया और कांग्रेस नीत संप्रग की केंद्र में सरकार बनी।’’
प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के मुद्दे पर उन्होंने कहा, ‘‘यह एक गैर मुद्दा है। भाजपा को चिंता नहीं करनी चाहिए। विपक्षी दल इसे देखेंगे।’’ अनवर ने कहा कि महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष में देश में सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे के मूल्यों को फिर से स्थापित किए जाने की आवश्यकता है। उनकी अध्यक्षता वाली कौमी तंजीम मंगलवार को दिल्ली में एक राष्ट्रीय एकता सम्मेलन करेगी जिसमें पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और गुलाम नबी आजाद, शरद यादव, मनोज झा, मीरा कुमार और सीताराम येचुरी सहित कई राजनीतिक नेता शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि तंजीम सांप्रदायिक सौहार्द मजबूत करने के लिए देशभर में 150 जनसभाएं करेगी।