By अंकित सिंह | Sep 30, 2023
मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने हैं। मध्य प्रदेश में लगभग 16-17 सालों तक भाजपा के चेहरा रहे वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति है। शिवराज सिंह चौहान पार्टी का चेहरा होंगे या नहीं होंगे ,इसको लेकर अभी कंफ्यूजन है। तो वही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं यह भी साफ नहीं हो सका है। हालांकि, एक वक्त था जब शिवराज सिंह चौहान भाजपा के वरिष्ठ नेताओं अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के बेहद करीबी माने जाते थे। दिल्ली से लेकर नागपुर तक शिवराज सिंह चौहान की पकड़ बेहद मजबूत थी और यही कारण था कि 2013 में वह प्रधानमंत्री की रेस में भी शामिल हो गए थे। जब 2013 के दौरान भाजपा प्रधानमंत्री के चेहरे को लेकर अपने स्थिति साफ करने की कोशिश में जुटी हुई थी तो उसके सामने दो बड़े विकल्प आ रहे थे।
एक ओर तत्कालिन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी थे तो दूसरी ओर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान। इसको लेकर भाजपा दो खेमों में बटी हुई थी और सबसे बड़ी बात यह है कि भाजपा की वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पूरी तरीके से शिवराज सिंह चौहान के समर्थन में खड़े थे। मध्य प्रदेश में चुनाव होने हैं। लेकिन शिवराज सिंह चौहान को लेकर लालकृष्ण आडवाणी का पुराना भाषण फिलहाल चर्चा में बना हुआ है। आडवाणी ने तब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ की थी, यहां तक कि उनकी तुलना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से भी कर दी। आडवाणी ने कहा कि चौहान ने मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कई विकास योजनाएं शुरू कीं लेकिन वह वाजपेयी की तरह ''बहुत विनम्र'' रहे।
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय आई थी जब बीजेपी के कई दिग्गजों ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पार्टी में 'सबसे लोकप्रिय नेता' घोषित कर दिया था, जिससे मोदी के पीएम के सपने को बल मिला था। उन्होंने कहा था कि वाजपेयी जी ने सड़क नेटवर्क परियोजना समेत कई विकास योजनाएं लागू कीं, लेकिन वे हमेशा बेहद विनम्र और अहंकार से दूर रहे। इसी प्रकार, चौहान ने लाडली लक्ष्मी योजना और मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना जैसी बड़ी संख्या में विकास और कल्याणकारी योजनाएं भी बनाईं और उन्हें सफलतापूर्वक लागू किया। इसके बावजूद, मैंने चौहान को वाजपेयी की तरह बहुत विनम्र पाया।
आडवाणी वाजपेयी के पैतृक स्थान ग्वालियर के ग्वालियर मेला मैदान में पार्टी के राज्य स्तरीय ग्राम और नगर केंद्र पालक और संयोजक सम्मेलन में बोल रहे थे। हालाँकि, पूर्व उपप्रधानमंत्री ने तुरंत अपना सुर बदल लिया, क्योंकि उन्होंने मोदी के बारे में सकारात्मक टिप्पणी भी की। उन्होंने कहा, "पार्टी चाहती है कि चौहान और मोदी दोनों भारत को दुनिया में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाने में प्रमुख भूमिका निभाएं।" 85 वर्षीय नेता ने कहा कि जहां मोदी ने एक स्वस्थ राज्य को उत्कृष्ट राज्य में बदल दिया, वहीं चौहान ने मध्य प्रदेश, जिसे कभी बीमारू राज्य कहा जाता था, को सफलतापूर्वक एक विकसित राज्य में बदल दिया। उन्होंने कहा था कि मैं नरेंद्र भाई मोदी से कहता हूं कि गुजरात पहले भी स्वस्थ था, आपने इसे उत्कृष्ट बनाया है और इसके लिए आप बधाई के पात्र हैं। लेकिन चौहान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री (रमन सिंह) ने जो किया वह अद्भुत था आडवाणी की टिप्पणी से बीजेपी के भीतर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है।