क्या भाजपा और शिवसेना का होना वाला है गठबंधन ? देवेंद्र फडणवीस के इस बयान से अटकलों का बाजार गर्म

By अनुराग गुप्ता | Jul 05, 2021

मुंबई। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में अक्सर ही घमासान मचा रहता है। कभी शिवसेना सांसद संजय राउत के बयानों से तो कभी कांग्रेस प्रदेश प्रमुख नाना पटोले के बयानों के चलते और अंतत: एनसीपी प्रमुख शरद पवार गठबंधन को एकजुट बनाए रखने की कोशिशों में जुटे रहते हैं। लेकिन इन दिनों भाजपा और शिवसेना के बीच नजदीकियां बढ़ती जा रही है। कई मौकों पर शिवसेना के नेताओं और भाजपा के नेताओं को साथ देखा गया है। 

इसे भी पढ़ें: क्या शिवसेना की भाजपा के साथ बढ़ रही नजदीकियां ? आशीष शेलार के साथ मुलाकात पर राउत ने दिया यह जवाब 

हाल ही में शिवसेना सांसद संजय राउत ने भाजपा नेता आशीष शेलार के साथ मुलाकात की थी। जिसके बाद तरह-तरह की अटकलें लगाई जाने लगीं। हालांकि इस संबंध में एनसीपी नेता का भी बयान सामने आया था। एनसीपी नेता ने कहा था कि इस तरह की अफवाहें जितनी ज्यादा फैलेंगी, महाविकास अघाड़ी गठबंधन उतना ही मजबूत होगा।

दुश्मन नहीं है शिवसेना

इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के बयान ने तहलका मचा दिया। दरअसल, मीडियाकर्मियों ने देवेंद्र फडणवीस से भाजपा तथा शिवसेना के फिर से एक साथ आने की संभावना के बारे में सवाल पूछा गया। जिस पर उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी और पूर्व सहयोगी शिवसेना दुश्मन नहीं हैं। हालांकि उनके बीच कुछ मुद्दों पर मतभेद हैं। भाजपा नेता ने कहा कि राजनीति में कोई किंतु परंतु नहीं होता है। परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लिए जाते हैं। 

इसे भी पढ़ें: केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार मानसून सत्र में प्रस्ताव पारित करेगी: नवाब मलिक 

शेलार के साथ पीता हूं कॉफी

भाजपा नेता के साथ मुलाकात को लेकर संजय राउत ने स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने बताया था कि हमारे बीच राजनीतिक और वैचारिक मतभेद हो सकता है, लेकिन अगर हम सार्वजनिक कार्यक्रमों में आमने-सामने आते हैं तो अभिवादन जरूर करेंगे। मैं शेलार के साथ सबके सामने भी कॉफी पीता हूं।

प्रमुख खबरें

No Foundation Makeup Tips: बिना फाउंडेशन के पाएं Alia Bhatt का मेकअप लुक, ट्राई करें ये हैक्स

VB-G RAM G Bill: शशि थरूर का केंद्र सरकार पर कटाक्ष: राम का नाम बदनाम ना करो

Shiksha Adhishthan Bill: धर्मेंद्र प्रधान बोले- विश्वविद्यालयों के नियमन, मानक निर्धारण और प्रत्यायन में एकरूपता लाने की आवश्यकता

Sansad Diary: G Ram G Bill लोकसभा में पेश, विपक्ष ने गांधी जी का नाम हटाने का किया विरोध