By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 25, 2021
बमाको (माली)। माली में विद्रोही सैनिकों ने देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। घटना के कुछ ही घंटों पहले सरकार में फेरबदल किया गया था और सेना के दो सदस्यों को सरकार में शामिल नहीं किया गया था। अफ्रीकी संघ और संयुक्त राष्ट्र ने यह जानकारी दी। माली में नौ महीने पहले सेना ने सैन्य तख्तापलट करके सत्ता अपने हाथ में ले ली थी। पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्रीय खंड (ईसीओडब्ल्यूएएस) और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अन्य सदस्यों ने एक संयुक्त बयान जारी कर राष्ट्रपति बाह एन डॉव और प्रधानमंत्री मोक्टर ओउने को तुरंत रिहा करने की मांग की है।
दोनों नेताओं को काती सैन्य मुख्यालय ले जाया गया है। संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर करने वालों ने माली की राजनीतिक व्यवस्था को तत्काल बहाल करने तथा तय समयसीमा के अंदर उसे अपना कार्यकाल पूरा करने की मांग की है। बयान में कहा गया है, ‘‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय जबरन इस्तीफे समेत तमाम कार्रवाइयों का विरोध करता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज का यह अविवेकपूर्ण फैसला भविष्य में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को माली के समर्थन में आने से रोकेगा।’’ इस घटनाक्रम से एक नयी चिंता उभर कर सामने आयी है कि क्या मौजूदा सरकार स्वतंत्र रूप से भविष्य में काम कर पायेगी और अगले साल फरवरी में माली में तय लोकतांत्रिक चुनाव को आयोजित कराने की योजना को आगे बढ़ा पायेगी। संयुक्त राष्ट्र माली में शांति अभियानों पर हर साल 1.2 अरब डॉलर खर्च करता है।