By रेनू तिवारी | Jun 10, 2025
पश्चिम बंगाल विधानसभा ने मंगलवार को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें देश की पश्चिमी सीमा पर आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों के शौर्य की सराहना की गई। हालांकि, पहलगाम आतंकी हमले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी के बाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सदन में हंगामे की स्थिति देखने को मिली। प्रस्ताव में सशस्त्र बलों की ‘‘राष्ट्र की सुरक्षा में उनके अटूट साहस’’ के लिए सराहना की गई तथा इसे बिना किसी विरोध के पारित कर दिया गया। दिलचस्प बात यह है कि प्रस्ताव के पाठ में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शब्द का कोई उल्लेख नहीं किया गया, लेकिन सात मई को पाकिस्तान के कुछ हिस्सों और पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर में किए गए सटीक हमलों के बारे में बात की गई।
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार को सत्ता से हट जाना चाहिए, क्योंकि वह देश के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रही है। इस हमले को केंद्र सरकार की पूर्ण विफलता और लापरवाही का परिणाम बताते हुए बनर्जी ने आतंकवादी हमले के स्थल पर सुरक्षा बलों की अनुपस्थिति पर सवाल उठाया। गत 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
मुख्यमंत्री ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सशस्त्र बलों की वीरता की सराहना करने वाला प्रस्ताव पश्चिम बंगाल विधानसभा में पारित किए जाने के दौरान सदस्यों को संबोधित कर रही थीं। हालांकि पेश किए गए प्रस्ताव में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शब्द का कहीं उल्लेख नहीं किया गया। उन्होंने पूछा, आतंकवादी हमले के समय घटनास्थल पर कोई सुरक्षा बल या पुलिस कर्मी मौजूद क्यों नहीं था? बनर्जी ने कहा कि दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष के दौरान भारत के पास पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) को नियंत्रण में लेने का अवसर था।
बनर्जी ने कहा, हम आतंकवाद का समर्थन नहीं करते; इसका कोई धर्म, जाति या पंथ नहीं होता। उन्होंने मांग की कि पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों को न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, भाजपा (सरकार) को इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि वह देश के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रही है।
बनर्जी ने भारत की सैन्य कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा, उन्हें (पाकिस्तान को) सबक सिखाने की जरूरत थी। हम अपने सशस्त्र बलों की बहादुरी को सलाम करते हैं। उन्होंने भाजपा पर चुनावों को ध्यान में रखते हुए सशस्त्र बलों की वीरता को राजनीतिक रंग देने का भी आरोप लगाया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया, प्रधानमंत्री मोदी केवल अपना प्रचार करने में व्यस्त हैं।