नई दिल्ली। कांग्रेस के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी चुनाव आयोग पर निशाना साधा है। मायावती ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग मोदी सरकार के दबाव में काम कर रहा है इसलिए एक दिन पहले ही चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी। आयोग द्वारा 16 मई रात दस बजे तक ही चुनाव प्रचार की सीमा निर्धारित कराने पर सावल उठाते हुए मायावती ने कहा कि अगर प्रचार पर रोक लगानी ही थी तो सुबह से ही क्यों नहीं लगाई। यह गलत है। उन्होंने कहा कि आयोग ने बंगाल में मोदी की रैलियों को देखते हुए बृहस्पतिवार रात से प्रचार में रोक लगाई है।
इसे भी पढ़ें: नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद किया: मायावती
मायावती ने बंगाल में हिंसा के लिए भाजपा व आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि ऐसे ही हालात बनाने की कोशिश भाजपा व आरएसएस ने यूपी में भी की थी लेकिन वह गठबंधन के आगे कामयाब नहीं हो सके। मायावती ने कहा कि एक सोची समझी साजिश के तहत बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को काफी लंबे समय से निशाना बनाया जा रहा है। जिससे कि भाजपा अपनी विफलताओं से जनता का ध्यान हटा सके लेकिन जनता उनकी साजिश को समझती है और यूपी की तरह बंगाल में भी जवाब देगी।