बंगाल में ममता बनर्जी चला रही हैं माफिया राज: अमित शाह

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 22, 2019

उलुबेरिया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में ‘‘माफिया राज’’चला रही हैं। उन्होंने दावा किया कि गौ तस्करी में राज्य शीर्ष पर है और यह घुसपैठियों के लिए पनाहगाह बन गया है। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे सुनिश्चित करें कि भाजपा को राज्य में 42 में से 23 से अधिक सीटें मिलें। शाह ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी बंगाल में ‘‘सिंडीकेट’’ राज को 90 दिन के अंदर खत्म करना सुनिश्चित करेगी।

 

पश्चिम बंगाल में ‘सिंडीकेट’ का मतलब कथित राजनीतिक संरक्षण प्राप्त लोगों द्वारा चलाए जा रहे कारोबारों से है। ये लोग प्रमोटरों और ठेकेदारों को अक्सर ऊंचे दामों पर खराब गुणवत्ता का सामान खरीदने के लिए विवश करते हैं। शाह ने दावा किया, ‘‘ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी राज्य में माफिया राज चला रही है। राज्य गौ तस्करी में शीर्ष पर है और राज्य घुसपैठियों के लिए पनाहगाह में तब्दील हो गया है। उन्होंने ममता बनर्जी पर बंगाल को दिवालिया राज्य बनाने का आरोप लगाया और कहा कि यहां केवल उनके (बनर्जी) रिश्तेदार और टीएमसी के मंत्री फले-फूले हैं। शाह ने आरोप लगाया कि विवादित एनआरसी का विरोध कर रहीं बनर्जी लोगों को भ्रमित कर रही हैं।

इसे भी पढ़ें: मैं जब भ्रष्टाचार और वंशवाद की बात करता हूं तो कुछ लोगों को करंट लगता है: मोदी

उन्होंने चुनाव जीतने के बाद हर राज्य में एनआरसी लागू करने का वादा किया। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘हमारा एक-एक घुसपैठिए को बाहर निकालने के लिए देशभर में एनआरसी लागू करने का वादा है। पहले हम नागरिकता (संशोधन) विधेयक लाएंगे ताकि सभी शरणार्थियों को नागरिकता मिले और फिर हम घुसपैठियों को बाहर करने के लिए एनआरसी लाएंगे।’’ बनर्जी लगातार दावा करती रही हैं कि असम से अवैध शरणार्थियों को बाहर करने के लिए लाया गया एनआरसी असल में भारतीय नागरिकों को शरणार्थी बना देगा।

 

प्रमुख खबरें

BR Ambedkar Death Anniversary: संविधान निर्माता थे डॉ भीमराव आंबेडकर, देशसेवा की छोड़ी अनूठी छाप

आत्मविश्वास से सराबोर भारत, बना वैश्विक अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन: PM मोदी का उद्घोष

IndiGo crisis पर PM मोदी की सख्त नजर, टॉप ऑफिसियल को किया तलब

संकट के बीच IndiGo का दावा, स्थिति सुधार रहे, यात्रियों के असुविधा के लिए खेद