By नीरज कुमार दुबे | Mar 02, 2023
त्रिपुरा विधानसभा चुनावों में भाजपा एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करते हुए सत्ता में लौटती दिख रही है। यहां भाजपा ने एक साल पहले मुख्यमंत्री बिप्लब देव को हटाकर राज्य की कमान माणिक साहा का सौंपी थी। ऐसे में सवाल उठ रहे थे कि क्या माणिक साहा नाराजगी दूर कर जनता का दिल जीत पाएंगे। लेकिन पेशे से डॉक्टर माणिक साहा ने जनता की नब्ज को पहचाना और काम तेजी से शुरू किया। वह हर वर्ग तक पहुँचे और डबल इंजन सरकार के लाभ जनता तक पहुँचाये।
माणिक साहा के समक्ष इस बार कई राजनीतिक चुनौतियां थीं क्योंकि इस बार कांग्रेस और वामपंथी दल मिलकर चुनाव लड़ रहे थे। इसके अलावा टिपरा मोथा नामक नवगठित पार्टी भी पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही थी। वामदलों ने इस चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी थी और अपने घोषणापत्र में भी कई लुभावने वादे किये थे लेकिन कुछ काम नहीं आया। माणिक साहा ने त्रिपुरा को आगे बढ़ाने का जो एजेंडा सामने रखा उस पर जनता ने विश्वास किया। भाजपा की सत्ता में वापसी कराने के बाद माणिक साहा का कद भाजपा में बढ़ना तय है।