मन की बात: वैश्विक स्तर पर बढ़ रही भारतीय सामानों की मांग, PM मोदी ने कामकाजी पेशेवरों की तारीफ की

By निधि अविनाश | Mar 27, 2022

अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 87वें संस्करण में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक स्तर पर भारतीय सामानों की मांग में वृद्धि की सराहना की। बता दें कि, कुछ समय पहले ही भारत ने 400 बिलियन डॉलर के अपने उच्चतम निर्यात लक्ष्य को छू लिया जिसको लेकर पीएम मोदी ने कहा कि,  यह उपलब्धि देश की क्षमताओं और क्षमता को दर्शाती है। पीएम मोदी ने कहा कि, यह दर्शाता है कि वैश्विक स्तर पर भारतीय सामानों की मांग बढ़ रही है और हमारी आपूर्ति श्रृंखला मजबूत हो रही है। लद्दाख के खुबानी से लेकर उस्मानाबाद के हथकरघा उत्पादों तक, भारतीय उत्पादों का अब दुनिया भर में निर्यात किया जा रहा है।

पीएम मोदी ने मन की बात में  कामकाजी पेशेवरों की तारीफ की

भारतीय निर्यात की सफलता  को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि, यह केवल भारत के कामकाजी पेशेवरों के योगदान के कारण ही संभव हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि,भारत की ताकत और इसकी ताकत का आधार हमारे किसान, हमारे इंजीनियर, हमारे छोटे उद्यमी, हमारा एमएसएमई क्षेत्र, कई अलग-अलग पेशों के लोग हैं, ये सभी इसकी असली ताकत हैं। 

इसे भी पढ़ें: अब गोरखपुर से वाराणसी जाना होगा और आसान, CM योगी ने नई उड़ान सेवा का किया शुभारंभ

पीएम के मुताबिक पिछले साल देश भर के 1.25 लाख से ज्यादा छोटे उद्यमियों और दुकानदारों ने गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस पोर्टल के जरिए अपने उत्पाद सीधे सरकार को बेचे हैं।आयुष उद्योग पर बात करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि छह साल पहले, आयुर्वेद से संबंधित दवाओं का बाजार लगभग 22 हजार करोड़ रुपये था। आज आयुष मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री एक लाख चालीस हजार करोड़ रुपए के करीब पहुंच रही है।

जानकारी के लिए बता दें कि, मन की बात का पहला एपिसोड 3 अक्टूबर 2014 को प्रसारित किया गया था। तब से यह हर महीने के आखिरी रविवार को सुबह 11 बजे प्रसारित किया जाता है।

प्रमुख खबरें

Dhurandhar Movie Review | यह नया भारत है, पलटवार करेगा: धुरंधर का दमदार एक्शन, देशभक्ति और जासूसी का अनोखा मिश्रण

Jharkhand में पुलिसकर्मी के किशोर बेटे को बचाया गया, अपहरणकर्ता गिरफ्तार

पश्चिम बंगाल में बनने जा रही है बाबरी मस्जिद! ममता बनर्जी के राज्य में होने वाला है बड़ा कांड, भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात

Assam Government ने एससी, एसटी और अन्य समुदायों को दो बच्चे के नियम से छूट दी