Jammu Kashmir: महबूबा मुफ्ती ने खाली किया अपना सरकारी आवास, खिंबर स्थित निजी घर में हुईं शिफ्ट

By अंकित सिंह | Nov 28, 2022

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आज अपना सरकारी आवास खाली कर दिया है। महबूबा मुफ्ती का यह सरकारी आवास गुपकार इलाके में था जिसे उन्होंने खाली कर दिया है। जानकारी के मुताबिक महबूबा मुफ्ती अपने निजी आवास में शिफ्ट हो गई हैं। उनका निजी आवास खिंबर में है। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से 15 अक्टूबर से फेयर व्यू सरकारी आवास को खाली करने के लिए कहा गया था। खबर तो यह भी है कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से महबूबा मुफ्ती को वैकल्पिक आवास प्रदान करने की भी पेशकश की गई थी। 

 

इसे भी पढ़ें: Jammu Kashmir: 'भाजपा का भारत नहीं है', महबूबा मुफ्ती बोलीं- हमने इस देश के साथ दिल का संबंध जोड़ा


आपको बता दें कि जिस आवास में महबूबा मुफ्ती रह रही थीं, उसको फेयर व्यू गेस्ट हाउस के रूप में जाना जाता है। 2019 में जम्मू कश्मीर के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को मिलने वाली कई सुविधाओं में कटौती की गई थी। इससे पहले उन्हें 24 घंटे के भीतर आवाज खाली करने को कहा गया था। मुफ्ती के अलावा पूर्व विधायक मोहम्मद अल्ताफ वानी, अब्दुल रहीम राठेर, अब्दुल मजीद भट, अल्ताफ शाह और अब्दुल कबीर पठान, पूर्व पार्षद बशीर शाह और चौधरी निजामुद्दीन को नोटिस जारी किए गए थे। अधिकारियों ने बताया था कि इन नोटिस में सरकारी क्वार्टर में रहने वाले नेताओं को 24 घंटे के भीतर परिसर खाली नहीं करने पर कानून के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी दी गयी है।

 

इसे भी पढ़ें: जम्मू कश्मीर में श्रीनगर में मौसम की अब तक की सबसे सर्द रात दर्ज, तापमान शून्य से 2.1 डिग्री सेल्सियस नीचे


वहीं, एक कार्यक्रम में महबूबा मुफ्ती ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि यह भाजपा का भारत नहीं है, लिख लीजिए, हम इसे भाजपा का भारत नहीं बनने देंगे। उन्होंने कहा कि भारत भाजपा नहीं है। जिस भारत में हम शामिल हुए थे, वह जवाहरलाल नेहरू का भारत, (एम के) गांधी जी का भारत, मौलाना अबुल कलाम आजाद का भारत है, यह राहुल गांधी का भारत है जो हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए देश का दौरा कर रहे हैं, यह तुषार गांधी का भारत है। पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्र को ‘‘पाकिस्तान के छापामारों की भांति बर्ताव नहीं करने की चेतावनी दी, जो 1947 में घाटी में आये थे’’ लेकिन कश्मीरियों ने उन्हें भागने के लिए मजबूर कर दिया था।

प्रमुख खबरें

Kedarnath Temple: वैशाख माह में खोले जाते हैं केदारनाथ मंदिर के कपाट, जानिए इसके पीछे का कारण

लालू ने मीसा भारती का नाम Misa कैसे रखा? बिहार में जेपी नड्डा ने लोगों के बता दी पूरी कहानी

Avada Energy को सौर परियोजना के लिए SBI से 1,190 करोड़ रुपये का मिला ऋण

ओस के कारण हमारे लिए परिस्थितियां मुश्किल हो गयी: Ruturaj Gaikwad