By अनन्या मिश्रा | May 28, 2025
पीरियड महिलाओं के जीवन का एक ऐसा पहलू है, जिससे हर महीने महिलाओं को गुजरना पड़ता है। युवावस्था में कदम रखने के साथ लड़कियों में भी पीरियड साइकिल की शुरूआत हो जाती है। यह एक नेचुरल प्रक्रिया होने के साथ ही प्रजनन स्वास्थ्य के लिए भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। बता दें कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं को हाइजीन का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। क्योंकि इस दौरान छोटी सी लापरवाही महिलाओं के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती है। पीरियड को लेकर कम जागरुक होने और हाइजीन का सही ध्यान नहीं रखने की वजह से महिलाओं को इंफेक्शन और कई बीमारियां हो सकती हैं। ऐसे में महिलाओं को पीरियड्स के दौरान हाइजीन के महत्व को बताने के लिए हर साल 28 मई को मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे मनाया जाता है।
इतिहास
बता दें कि साल 2014 में जर्मन नॉन-सरकारी संगठन WASH यूनाइटेड द्वारा मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे की शुरुआत की गई थी। इस दिन को मनाने के लिए 28 तारीख इसलिए चुनी गई, क्योंकि आमतौर पर महिलाओं के पीरियड्स हर 28 दिन पर होते हैं। जोकि 5 दिन तक चलते हैं। इस दिन को मनाए जाने को मुख्य उद्देश्य महिलाओं और समाज में मासिक धर्म को लेकर शर्म, चुप्पी और कलंक को खत्म करना है।
थीम
हर साल इस दिन एक खास थीम रखी जाती है। जिसके अनुसार, अलग-अलग स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। ऐसे में साल 2025 की थीम 'एक साथ मिलकर #PeriodFriendlyWorld बनाएं' है।
महत्व
हर महिला में पीरियड साइकिल नेचुरल और बायोलॉजिकल प्रोसेस है, जोकि महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़ी है। हालांकि आज भी कई महिलाओं में पीरियड्स को लेकर शर्म, हाइजीन की कमी और कम जानकारी देखी जाती है। महिलाओं को पीरियड्स के दौरान अपना खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। क्योंकि इस दौरान थोड़ी भी लापरवाही महिला के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। इसी उद्देश्य से हर साल 28 मई को महिलाओं और समाज में मेंस्ट्रुअल हाइजीन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे मनाया जाता है।