By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 15, 2019
मुंबई। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि प्रदेश में 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से राज्य सरकार के कुछ मंत्रियों का टिकट काटा जाना यह दिखाता है कि पार्टी उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कथित आरोपों के प्रति ‘संवेदनशील‘ है। भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेताओं को इस बार विधानसभा चुनाव में टिकट देने से मना कर दिया गया है। इन नेताओं में एकनाथ खड़से, विनोद तावड़े, चंद्रशेखर बवानकुले और प्रकाश मेहता शामिल हैं। इनमें से तावड़े और बवानकुले देवेंद्र फड़णवीस सरकार की कैबिनेट में क्रमश: शिक्षा एवं ऊर्जा मंत्री हैं। खड़से एवं मेहता ने भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद क्रमश: राजस्व और आवास मंत्री के से इस्तीफा दे दिया था।
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चार मंत्रियों का टिकट काटे जाने के बारे में पूछे जाने पर नड्डा ने कहा कि यह दिखाता है कि हम भ्रष्टाचार के कथित आरोपों के प्रति संवेदनशील हैं। पार्टी ने कदम उठाये हैं। यह भ्रष्टाचार के खिलाफ पार्टी के सख्त रुख को दर्शाता है। हमारा फैसला भाजपा के भ्रष्टाचार विरोधी संकल्प और हमारी ईमानदार मंशा को रेखांकित करता है। पार्टी घोषणापत्र जारी किये जाने के बाद वह यहां संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। यह पूछे जाने पर कि कुछ दागी नेता विपक्ष से भाजपा में शामिल हुए हैं और उनमें से कुछ को टिकट दिया गया है तो नड्डा ने कहा कि भाजपा अपने भ्रष्टाचार विरोधी रुख पर कायम रहेगी। उन्होंने कहा कि ऐसे मुद्दों पर भाजपा का रुख स्पष्ट है और हम भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने मौजूदा रुख पर आगे बढ़ेंगे।