By नीरज कुमार दुबे | Aug 04, 2023
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले से पिछले हफ्ते लापता हुआ सेना का एक जवान जावेद अहमद वानी मिल गया है। इस खबर को सुनकर वानी के घर में खुशी का माहौल है। दूसरी तरफ वानी की मेडिकल जांच कराये जाने के बाद उससे पूछताछ की जा रही है। हम आपको बता दें कि लद्दाख में तैनात जावेद अहमद वानी गत शनिवार को अपने पैतृक स्थान कुलगाम जिले से उस समय लापता हो गए, जब वह छुट्टी पर आए थे। उनकी तलाश में सेना और पुलिस की ओर से लगातार अभियान चलाया जा रहा था। इस अभियान की सफलता की खबर तब सामने आयी जब गुरुवार को कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) विजय कुमार ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘सेना के लापता जवान को कुलगाम पुलिस ने ढूंढ़ लिया है। मेडिकल जांच के तुरंत बाद संयुक्त रूप से पूछताछ शुरू होगी। आगे की जानकारी दी जाएगी।’’ हम आपको बता दें कि पुलिस ने जावेद अहमद वानी के लापता होने के संदर्भ में पूर्व में कोई विवरण नहीं दिया था, लेकिन आशंका थी कि आतंकवादियों ने उनका अपहरण कर लिया है। वानी की कार गत शनिवार शाम को पारनहॉल में मिली थी जिसके बाद उनका पता लगाने के लिए सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर तलाश अभियान शुरू किया था।
इस बारे में जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने अभी दो दिन पहले ही कहा था कि पुलिस और सुरक्षा बलों को कुलगाम जिले से लापता सेना के जवान के सुराग मिले हैं और उन्हें विश्वास है कि जल्द ही जवान का पता लगा लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि जांच दलों ने इस मामले के संबंध में कुछ संदिग्धों से पूछताछ भी की थी।
हम आपको यह भी बता दें कि जावेद अहमद वानी को लद्दाख क्षेत्र में तैनात किया गया था और उसे रविवार से अपनी ड्यूटी पर लौटना था लेकिन वह शनिवार शाम से लापता हो गया था। उसके लापता होने के बाद उसके पिता ने अपहरणकर्ताओं से उसे छोड़ने की अपील की थी क्योंकि वह परिवार में अकेला कमाने वाला है। वानी के पिता मोहम्मद अयूब वानी ने संवाददाताओं से कहा था कि मैं सभी भाइयों से उसे (बेटे को) जीवित छोड़ने की अपील करता हूं। अगर उसने किसी को परेशान किया है तो मैं माफी मांगता हूं। अगर वो चाहते हैं तो मैं उसकी नौकरी छुड़वा दूंगा।'
हम आपको यह भी बता दें कि छुट्टी के दौरान कश्मीर में लापता होने वाला वानी चौथा जवान था। इससे पहले आतंकवादियों ने मई 2017 में लेफ्टिनेंट उमर फैयाज का शोपियां जिले में उनके चाचा के घर से अपहरण कर लिया था, जहां वे एक शादी में शामिल होने गए थे। फैयाज की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी तरह, आतंकवादियों ने सेना के जवान औरंगजेब को अगवा कर लिया था जब वह जून 2018 में पुलवामा जिले से अपने घर पूंछ जा रहा था। आतंकवादियों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी और इसका वीडियो जारी किया था। एक अन्य जवान समीर मल्ला का भी आतंकवादियों ने मार्च 2022 में अपहरण कर लिया था जिनका शव तीन दिन बाद बड़गाम जिले में मिला था। बहरहाल, जावेद अहमद वानी के सकुशल मिल जाने से उनके घर वालों ने राहत की सांस ली है।