By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 03, 2018
गदवाल/ताण्डूर (तेलंगाना)। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि मोदी और सत्ताधारी भाजपा देश के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि मोदी और भाजपा ‘‘नफरत एवं गुस्सा’’ फैला रहे हैं। राहुल के बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए भाजपा प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य जी वी एल नरसिम्हा राव ने कहा, ‘‘कांग्रेस जातिगत और सांप्रदायिक राजनीति पर उतर आई है। भाजपा ने विकास और लोगों के कल्याण के मुद्दों पर बात की है। चुनावी रेस में वापसी के लिए बेसब्र कांग्रेस जातिगत एवं सांप्रदायिक आधार पर अपीलें कर रही है।’’
तेलंगाना में रैलियों को संबोधित करते हुए राहुल ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) पर भी निशाना साधा और उन्हें कथित भ्रष्टाचार को लेकर ‘‘खाओ कमीशन राव’’ कहा। उन्होंने यह भी कहा कि केसीआर की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) भाजपा की ‘बी टीम’ है। उन्होंने ताण्डूर में एक रैली में कहा, ‘‘मैं जहां कहीं भी जाता हूं, नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोलता हूं...क्योंकि मैं जानता हूं कि देश को मोदी और भाजपा से खतरा है। वे नफरत और गुस्सा फैलाते हैं।’’ राहुल ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस इसके खिलाफ लड़ेगी और कभी समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘....2019 (लोकसभा चुनावों) में हम सुनिश्चित करेंगे कि भाजपा की हार हो और मोदी सत्ता से बेदखल हों।’’ केसीआर पर निशाना साधते हुए राहुल ने टीआरएस प्रमुख से पूछा कि उन्होंने भाजपा का समर्थन क्यों किया और क्या वह भगवा पार्टी की ‘बी टीम’ बनना चाहते हैं।
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राव को आड़े हाथ लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘आपने (केसीआर ने) इतना भ्रष्टाचार किया है कि आपका नाम बदल दिया गया है। आज केसीआर का पूरा नाम ‘खाओ कमीशन राव’ हो गया है।’’ राहुल ने कहा, ‘‘इसी वजह से मोदी ने रिमोट कंट्रोल से तेलंगाना का शासन चलाया। सच यह है कि आप (केसीआर) अपने भ्रष्टाचार के कारण मोदी के सामने डटकर खड़े नहीं हो सके।’’ ।कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने हर भाषण में उन पर हमला बोला, उनका मजाक उड़ाया, उनके परिवार के बारे में बातें कही, लेकिन उन्होंने केसीआर की आलोचना कभी नहीं की। उन्होंने कहा कि केसीआर की पार्टी (टीआरएस) का असल नाम ‘टी-आरएसएस’ है। उन्होंने आरोप लगाया कि टीआरएस और असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली एआईएमआईएम दरअसल भाजपा की ‘बी’ और ‘सी’ टीमें हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और चंद्रशेखर राव (केसीआर) के बीच एक ‘‘समझौता’’ हुआ है जिससे सुनिश्चित हो सके कि केंद्रीय एवं राज्य स्तर पर भाजपा एवं तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का शासन जारी रहे। राहुल ने गदवाल की रैली में कहा, ‘‘इस चुनाव में हम इस साझेदारी को तोड़ देंगे। हम टीआरएस और एआईएमआईएम को हराएंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘टीआरएस का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने रहें, भाजपा देश पर राज करती रहे और केसीआर तेलंगाना में शासन करते रहें।’’ राहुल ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में केसीआर ने कई मौकों पर मोदी सरकार का समर्थन किया है और उन्होंने ‘‘दबाव में आकर’’ नोटबंदी और जीएसटी की तारीफ भी की थी।
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गौरतलब है कि टीआरएस ने राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति चुनावों में एनडीए के उम्मीदवारों का समर्थन किया था।राहुल ने कहा, ‘‘आप याद रखें कि टीआरएस और नरेंद्र मोदी के बीच साझेदारी है और दोनों मिलकर काम कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम तेलंगाना में टीआरएस और (2019 के लोकसभा चुनाव में) दिल्ली में मोदी की भाजपा की हार सुनिश्चित करेंगे।’’ ।राहुल ने आरोप लगाया कि अपने दोस्तों और परिजन को फायदा पहुंचाने के लिए केसीआर ने 10,000 करोड़ रुपए की पालामुरू-रंगा रेड्डी लिफ्ट सिंचाई परियोजना में फेरबदल कर इसे 60,000 करोड़ रुपए की परियोजना बना दिया। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के लोगों को पानी नहीं मिल रहा।
उन्होंने कहा, ‘‘उनके (राव के) ठेकेदार दोस्तों और परिजन की जेब में हजारों करोड़ रुपए गए। केसीआर पिछले पांच साल में एक-एक कर हर परियोजना को फिर से डिजाइन कराते रहे हैं....बच्चा-बच्चा उनका नया नाम जानता है। उनका नाम ‘खाओ कमीशन राव’ है।’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि पांच साल पहले जब तेलंगाना राज्य का गठन हुआ था तो लोगों का नए तेलंगाना का सपना था और ‘नीलू’ (पानी), निधुलु (धनराशि) और नियमकालु (नियुक्तियां) के बेहतर भविष्य और ‘बंगारू तेलंगाना’ (सुनहरा तेलंगाना) बनने की उम्मीद थी, लेकिन केसीआर के मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में सिर्फ एक परिवार का राज है। राहुल ने कहा कि टीआरएस सरकार के शासनकाल में ‘सुनहरे तेलंगाना’ का सपना ‘सुनहरे परिवार’ में तब्दील हो गया है। तेलंगाना की 119 सदस्यीय विधानसभा के लिए सात दिसंबर को चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस की अगुवाई में चार पार्टियों का ‘जन गठबंधन’, टीआरएस और भाजपा इस चुनावी मुकाबले में जोर आजमाइश कर रहे हैं।