By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 13, 2018
नयी दिल्ली। भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात के दावे को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार को फिर से नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला और आरोप लगाया कि यह सरकार भगोड़ों को विदेश भगाने के लिए ‘ट्रैवेल एजेंसी’ चला रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि अगर सरकार देश का पैसा लूटने वालों को खुद भगा देगी तो फिर देश को कौन बचाएगा?
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि मोदी सरकार आजकल (भगोड़ों को) भगाने, हवाई मार्ग से ले जाने और विदेश में बसाने के लिए ट्रैवेल एजेंसी चला रही है और यही नीति अपना रही है।’’ सुरजेवाला ने कहा, ‘‘ सबसे दिलचस्प बात यह है कि भगोड़े देश से बाहर जाने से पहले आखिरी बार प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री के साथ नजर आते हैं। ऐसा लगता है कि एक नई पिक्चर इस देश में चल रही है, ‘जब वी मेट पार्ट-2’।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘जब पता चल गया था कि माल्या देश से भागने वाला है तो उसे समय रहते गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? किसके आदेश पर माल्या से जुड़ा लुकआउट नोटिस बदला गया? वित्त मंत्री माल्या के भागने से ठीक पहले उसके साथ मंत्रणा क्यों कर रहे थे?’’ कांग्रेस नेता ने पूछा, ‘‘माल्या के भागने से पहले बैंकों ने उसके खिलाफ अदालत का रुख क्यों नहीं किया और बैंकों से ऐसा करने के लिए किसने कहा था? वित्त मंत्री ने माल्या के भागने की जानकारी मिलने पर एजेंसियों को सूचित क्यों नहीं किया? मोदी सरकार ने माल्या को एक विदेशी कंपनी के साथ सौदे के तहत अरबों रुपये क्यों लेने दिए?’’
इससे पहले माल्या के दावे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि 'जेटली की मिलीभगत' से माल्या भागने में सफल रहा। राहुल ने आरोप लगाया कि इस मामले में वित्त मंत्री और सरकार झूठ बोल रहे हैं तथा जेटली को इस्तीफा देना चाहिए। उधर, माल्या के दावे को खारिज करते हुए जेटली ने कहा है कि माल्या राज्यसभा सदस्य के तौर पर हासिल विशेषाधिकार का ‘दुरुपयोग’ करते हुए संसद-भवन के गलियारे में उनके पास आ गया था।