नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने नरेंद्र मोदी सरकार की बैकिंग नीति को लेकर शुक्रवार को निशाना साधा और कहा कि गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) के संदर्भ में कोई स्पष्ट रुख नहीं होने की वजह से बैंकों के पास कर्ज देने के लिए पैसे नहीं हैं।
पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने ट्वीट कर यह भी दावा किया कि निर्यात के लिए ऋण सुविधा जून, 2017 में 39,000 करोड़ रुपये थी, लेकिन जून, 2018 में 22,300 करोड़ रुपये रह गयी। उन्होंने कहा, ‘‘एनपीए को लेकर राजग सरकार के अस्पष्ट रुख की वजह से बैंकों के पास कर्ज देने के लिए पैसे नहीं हैं।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘संदेह और बदले की कार्रवाई के माहौल में बैंकर सिर्फ सेवानिवृत्ति की तारीख की तरफ देख रहा है।’’