By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 27, 2020
नयी दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने प्रभासाक्षी के 19 वर्ष पूर्ण होने पर सभी को शुभकामनाएं दी। इस दौरान प्रभासाक्षी द्वारा आयोजित वेबिनार में सुधांशु त्रिवेदी ने 'कोरोना काल में भारत ने कैसे किया चुनौतियों का सामना' विषय पर अपनी राय रखी। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज के समय में जैसे बात हो रही है कि आवश्यक चीजों का सही ढंग से लोग पालन नहीं करते हैं। अब आप सोचिए आज से छह-सात महीने अगर लॉकडाउन नहीं लगाया जाता तो क्या होता।
उन्होंने कहा कि जिस देश में पौने 2 करोड़ लोग ट्रेन में चलते हैं। इससे ज्यादा लोग जो राज्यों की बसों पर चलते हैं अगर उस समय लॉकडाउन नहीं लगाया जाता तो उसका भयानक असर पड़ता। भाजपा सांसद सुधांशू ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी ने जनवरी के महीने में जब दस्तक दी तो फरवरी तक हमारे पास सिर्फ एक लैब थी। आज तो हमारे पास काफी लैब हैं। हर जिले में लैब मौजूद है। उस समय पर तो मास्क नहीं थे और ना ही सैनिटाइजर का इस्तेमाल होता था।
उन्होंने कहा कि दुनिया के वो देश जो स्वास्थ्य क्षेत्र में काफी बेहतर थे- अमेरिका, इंग्लैंड, इटली भरभराकर नीचे गिर रहे थे। भारत उस दौर पर जिस तरह से निकलकर आया यह काफी सराहना योग्य था। इस बीच उन्होंने 4 सूत्री फॉर्मूले का भी उल्लेख किया। जिसके जरिए भारत कोरोना की लड़ाई में यहां तक पहुंच पाया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने संकल्प, संसाधन, समन्वय और संवेदना पर ध्यान दिया।
संकल्प
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सरकार ने संकल्प लिया। जनता कर्फ्यू लागू किया, फिर लॉकडाउन लगाया। ताली-थाली बजाई, दिए जलाए।
संसाधन
भाजपा सांसद ने कोरोना महामारी के बीच केंद्र की मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अब पीपीई किट डेढ़ करोड़ बन चुकी है और दो करोड़ के करीब हम बना रहे हैं। 1 लैब से 800 लैब की स्थिति में पहुंचे। मास्क और सैनिटाइजर का अब हम निर्यात कर रहे हैं। कोरोना के 12 हजार से अधिक आईसोलेन सेंटर उपलब्ध हैं।
समन्वय
भाजपा सांसद ने समन्वय का उल्लेख करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों से बात की, धार्मिक गुरुओं से, खिलाड़िओं से, एनजीओं से बातचीत की और जो भी उचित लगा वो निर्णय लिए गए। आपको याद हो तो प्रधानमंत्री ने सार्क देशों के साथ भी बातचीत की थी। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री ने एक नर्स से भी बातचीत की और वह भावुक हो गई कि प्रधानमंत्री ने मुझसे बात की।
संवेदना
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सुरक्षा कर्मियों की सुरक्षा के लिए जो विधेयक लाना हो, जो हताहत हो गए या जिनकी मृत्यु हो गई उनके लिए व्यवस्था करना हो। सरकार ने किया।
भाजपा सांसद सुंधाशु त्रिवेदी ने कोरोना से बचने के उपाय के बारे में बताते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन बने या फिर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े। उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने पहली बार आर्युवेद और होम्योपैथिक मेडिसिन को सुझाव के तौर पर पेश किया। हमने संसाधन तो बढ़ाए साथ ही अपने परम्परागत साधनों को भी बढ़ाने का काम किया।