जापान में बोले पीएम मोदी- चुनौतियां चाहे कितनी बड़ी क्यों न हो, भारत उनका समाधान ढूंढता ही है

By अंकित सिंह | May 23, 2022

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्वाड की बैठक में शामिल होने के लिए दो दिवसीय जापान दौरे पर हैं। इसी दौरान उन्होंने जापान में प्रवासी भारतीयों को संबोधित भी किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भी मैं जापान आता हूं तो यहां बसे भारतीयों की स्नेह वर्षा बढ़ती ही जाती है। आप में से कईं साथी अनेक वर्षों से यहां बसे हुए हैं। जापान की भाषा, वेशभूषा, संस्कृति और खानपान एक प्रकार से आपके जीवन का भी हिस्सा बन गया है। उन्होंने कहा कि ये हम लोगों की विशेषता है कि हम कर्मभूमि से तन मन से जुड़ जाते हैं, खप जाते हैं। लेकिन मातृभूमि की जड़ों से जो जुड़ाव है, उससे कभी दूरी नहीं बनने देते हैं। यही हमारा सबसे बड़ा सामर्थ्य है।

 

इसे भी पढ़ें: छात्रों के मुद्दों को लेकर अपनी ही सरकार पर बरसे वरुण, बोले- छात्र सिर्फ पढ़ाई नहीं करता, अपने हक की लड़ाई भी लड़ता है


अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी जब अपने ऐतिहासिक संबोधन के लिए शिकागो जा रहे थे उससे पहले वो जापान आए थे। जापान में उनके मन मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव छोड़ा हुआ था। जापान के लोगों की देशभक्ति, जापान के लोगों का आत्मविश्वास, स्वच्छता के लिए जापान के लोगों की जागरूकता की उन्होंने खुलकर प्रशंसा की थी। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही मोदी ने भारत और जापान नेचुरल पार्टनर्स बताया। उन्होंने कहा कि भारत की विकास यात्रा में जापान की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। जापान से हमारा रिश्ता आत्मीयता का है, आध्यात्म का है, सहयोग का है, अपनेपन का है। मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि आज की दुनिया को भगवान बुद्ध के विचारों पर, उनके बताए रास्ते पर चलने की बहुत जरूरत है। उन्होंने कहा कि यही रास्ता है जो आज दुनिया की हर चुनौती, चाहे वो हिंसा हो, अराजकता हो, आतंकवाद हो, क्लाइमेट चेंज हो, इन सबसे मानवता को बचाने का यही मार्ग है।

 

इसे भी पढ़ें: खुद में सुधार करने की बजाय कांग्रेस मोदी पर ही हमलावर रही, वहीं भाजपा ने ढूंढ लिया नया MYY फॉर्मूला


मोदी ने कहा कि भारत सौभाग्यशाली है कि उसे भगवान बुद्ध का प्रत्यक्ष आशीर्वाद मिला है। उनके विचारों को आत्मसात करते हुए भारत निरंतर मानवता की सेवा कर रहा है। चुनौतियां चाहे कितनी प्रकार की हो, कितनी बड़ी क्यों न हो, भारत उनका समाधान ढूंढता ही है। मोदी ने कहा कि कोरोना से दुनिया के सामने 100 साल का सबसे बड़ा संकट पैदा हुआ। ये जब शुरू हुआ तो किसी को पता नहीं था कि आगे क्या होगा। किसी को ये पता तक नहीं था कि इसकी वैक्सीन आएगी भी या नहीं आएगी। लेकिन भारत ने उस समय भी दुनिया के देशों को दवाएं भेजीं।

प्रमुख खबरें

Horoscope 06 December 2025 Aaj Ka Rashifal: सभी 12 राशियों का कैसा रहेगा आज का दिन, पढ़ें आज का राशिफल

Vishwakhabram: Modi Putin ने मिलकर बनाई नई रणनीति, पूरी दुनिया पर पड़ेगा बड़ा प्रभाव, Trump समेत कई नेताओं की उड़ी नींद

Home Loan, Car Loan, Personal Loan, Business Loan होंगे सस्ते, RBI ने देशवासियों को दी बड़ी सौगात

सोनिया गांधी पर मतदाता सूची मामले में नई याचिका, 9 दिसंबर को सुनवाई