अविश्वास प्रस्ताव गिरा, मोदी सरकार को मिली बड़ी जीत, सरकार के पक्ष में पड़े 325 वोट

By नीरज कुमार दुबे | Jul 20, 2018

केंद्र की राजग सरकार के खिलाफ पिछले चार वर्षों में विपक्ष के पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोपों के तीखे तीर चले। हालांकि अपेक्षा के अनुसार मोदी सरकार विश्वास मत जीतने में सफल रही। टीडीपी की ओर से लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को सदन ने खारिज कर दिया। वोटिंग से पहले शिवसेना और बीजद ने सदन से वॉकआउट कर दिया। सदन में ध्वनि मत से अविश्वास प्रस्ताव गिर गया लेकिन मत विभाजन की मांग के चलते वोटिंग कराई गई और इसमें भी अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया। अविश्वास प्रस्ताव पर पूरे 12 घंटे तक बहस चली। प्रस्ताव के विपक्ष में 325 और पक्ष में 126 वोट पड़े। 

इससे पहले कांग्रेस ने जहां सरकार पर किसानों, रोजगार, महिला सुरक्षा जैसे चुनावी वादे पूरा नहीं करने का आरोप लगाया वहीं भाजपा ने कहा कि कांग्रेस ने 48 वर्षों के शासन में स्कैम्स (घोटालों) की राजनीति की, जबकि नरेंद्र मोदी की सरकार ने पिछले 48 महीने में स्कीम्स (योजनाओं) की राजनीति की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब में कहा कि अविश्वास प्रस्ताव हमारे लोकतंत्र की महत्वपूर्ण शक्ति का परिचायक है। भले यह प्रस्ताव टीडीपी की ओर से आया हो लेकिन उनके साथ जुड़े हुए कुछ माननीय सदस्यों ने प्रस्ताव का समर्थन करते हुए अपनी बात कही है और एक बहुत बड़ा वर्ग है जिसने प्रस्ताव का विरोध करते हुए अपनी बात कही है। उन्होंने सदन से इस प्रस्ताव को खारिज करने का आग्रह करते हुए कहा कि जिस तरह 30 वर्षों बाद देश में पूर्ण बहुमत से बनी सरकार ने तेज गति से काम किया है उसे करने दें।

 

आइए जानते हैं अविश्वास प्रस्ताव पर किस नेता ने क्या कहा। 

 

-कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में केंद्र सरकार पर देश की जनता से किये वादे पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब देने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि वह देश के चौकीदार बनेंगे लेकिन वह घोटालों में भागीदार बन गये। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने किसानों और युवाओं को धोखा दिया है। अपने भाषण के बाद राहुल गांधी प्रधानमंत्री के पास गये और उन्हें गले लगा लिया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने उन्हें वापस बुलाकर उनसे हाथ मिलाया।

 

-भाजपा के राकेश सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा, 'यह अविश्वास प्रस्ताव सरकार के कामकाज के विरुद्ध नहीं बल्कि साल 2019 में नरेंद्र मोदी की सरकार फिर बनने के डर से पैदा हुई हताशा में लाया गया है।’’

 

-चर्चा की शुरूआत करते हुए तेलुगु देशम पार्टी के जयदेव गल्ला ने कहा कि आंध्र प्रदेश के विभाजन और तेलंगाना राज्य के गठन से सबसे ज्यादा नुकसान आंध्र प्रदेश को हुआ। लेकिन आंध्र प्रदेश के लिए संसद के भीतर और बाहर जो वादे किए गए थे वो पूरे नहीं हुए।

 

-तृणमूल कांग्रेस सांसद प्रो. सौगत राय ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि हाल ही में प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल आये थे और आरोप लगाया था कि बंगाल को एक सिंडिकेट लूट रहा है लेकिन हमारा आरोप है कि देश को मोदी सिंडिकेट लूट रहा है। इस सिंडिकेट में ललित मोदी है और नीरव मोदी है और साथ ही एक बड़ा मोदी भी है उसका मैं नाम नहीं लूंगा।

 

-मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता मोहम्मद सलीम ने आज मोदी सरकार पर हमलों की शुरुआत शायराना अंदाज में करते हुए पूछा- क्या हुआ तेरा वादा। उन्होंने कहा कि 'जो वादा किया था वो निभाना पड़ेगा।' लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए माकपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह सरकार बड़े-बड़े विज्ञापन देकर डिजिटल इंडिया की बात करती है लेकिन इसके पास कोई आंकड़े नहीं हैं।

 

-गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले खुद संशय में है और उनमें विश्वास की कमी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व का प्रकाशपुंज बनकर उभरी है, एफडीआई बढ़ा है और दुनिया में भारत को सम्मानजनक स्थान प्राप्त हुआ है। देश में भीड़ द्वारा पीट पीट कर मार डालने (मॉब लिंचिंग) जैसी घटनाओं को लेकर विपक्ष के आरोपों पर गृह मंत्री ने कहा कि मॉब लिंचिंग की सबसे बड़ी घटना 1984 में घटी जब कांग्रेस के एक नेता ने कहा था कि जब बड़ा पेड़ गिरता है तब धरती हिलती है।

 

-अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सपा के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह सरकार किसानों को ठगने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आज किसान, नौजवान और व्यपारी सब परेशान हैं।

 

-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के तारिक अनवर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बड़ा लुभावना नारा दिया था- सबका साथ, सबका विकास लेकिन आज हम अगर समीक्षा करें तो ना तो सबका साथ है और ना ही सबका विकास हुआ है, सिर्फ संघ परिवार के लोगों का विकास हुआ है।

 

-लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने कहा कि देश में ज्यादातर समय कांग्रेस का एकछत्र राज था और कुल मिलाकर लगभग 55 साल तक कांग्रेस ने देश पर राज किया जबकि जो हमारी सरकार है वह 50 महीने की सरकार है लेकिन इसने 50 महीने में वो काम कर दिखाया है जो कांग्रेस 55 साल में नहीं कर पाई।

 

-लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि इस सरकार ने आंध्र प्रदेश के साथ धोखाधड़ी की और संसद में आंध्र प्रदेश के लिए जो विशेष पैकेज का वादा किया गया था उस वादे को नहीं निभाया।

 

-तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि इस सरकार का सीना भले ही चौड़ा हो लेकिन इसमें दिल बहुत छोटा-सा है जबकि महात्मा गांधी का सीना भले छोटा था लेकिन उनका दिल बड़ा था। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह राम के नाम पर राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि आपके लिए राम सिर्फ अयोध्या में हैं लेकिन हमारे लिये राम कण-कण में हैं।

 

-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के समापन में दिये अपने भाषण में विपक्ष के आरोपों की धज्जियां उड़ाते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और कहा कि सरकार सबका साथ सबका विकास के ध्येय पर आगे बढ़ रही है।

 

-आम आदमी पार्टी के भगवंत मान ने कहा कि यह कोई पहला अवसर नहीं है जब मोदी सरकार अपने वादे से मुकरी हो। उन्होंने दिल्ली का मुद्दा उठाते हुए कहा कि एक चुनी हुई सरकार के मुख्यमंत्री 9 दिनों तक उपराज्यपाल के कार्यालय में बैठे रहे लेकिन उपराज्यपाल उनसे नहीं मिले।

 

-केंद्रीय मंत्री और रालोसपा के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पर देश को विश्वास है खासकर बिहार के लोगों को ज्यादा विश्वास है और यह सरकार सबके विश्वास को कायम रखते हुए विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रही है।

 

-असद्दुदीन ओवैसी ने कहा कि अल्पसंख्यकों के लिए प्रधानमंत्री का 15 सूत्री कार्यक्रम का नियम है कि इसके तहत कार्यों की समीक्षा हर तीन महीने में कैबिनेट सचिव करेंगे लेकिन पिछले चार साल में ऐसी कोई बैठक नहीं आयोजित की गयी। उन्होंने मोदी सरकार पर झूठ की राजनीति करने और देश को लूटने का आरोप लगाया।

 

-रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस आरोप को ‘पूरी तरह गलत’ करार दिया कि राफेल विमान सौदे के संदर्भ में फ्रांस और भारत के बीच गोपनीयता का कोई समझौता नहीं हुआ है।

 

-जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारुक अब्दुल्ला ने आज मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस सरकार की कश्मीर नीति गलत है जिसकी वजह से हालात बिगड़ रहे हैं।

 

 

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