नयी दिल्ली। राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने कर्ज में फंसी कंपनी मोजरबेयर इंडिया के खिलाफ दिवाला शोधन प्रक्रिया शुरू करने की मंजूरी दे दी। सीडी एवं डीवीडी बनाने वाली कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि एनसलएलटी का यह निर्णय उसे कर्ज दे रखी अलकेमिस्ट एसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड की याचिका पर आया है। कंपनी ने कहा कि एनसीएलटी ने कोई समाशोधन प्रस्ताव नहीं मिलने के कारण 20 सितंबर के अपने आदेश में कंपनी के संपत्ति की बिक्री की मंजूरी दे दी। एनसीएलटी ने अंतरिम समाशोधन पेशेवर को भी नियुक्त कर दिया है।