By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 30, 2020
मदर डेयरी फ्रूट एंड वेजिटेबल प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संग्राम चौधरी ने एकवीडियो कॉन्फ्रेंस में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम अपने ब्रेड की पेशकश के साथ कन्फेक्शनरी और बेकरी सेगमेंट में विविधता ला रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि भारत में ब्रेड के बाजार का आकार मौजूदा समय में 5,300 करोड़ रुपये का है और पिछले पांच वर्षों से यह औसतन 10 प्रतिशत की औसत दर से बढ़ रहा है। सबसे ज्यादा खपत सफेद डबलरोटी की है। चौधरी ने कहा कि कंपनी ने बाजार में लगभग 20 नए उत्पादों को पेश किया है, जिसमें पाँच प्रकार की मिठाइयाँ शामिल हैं। कंपनी के वर्तमान कारोबार और भविष्य के दृष्टिकोण के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि मदर डेयरी का वर्तमान वार्षिक राजस्व लगभग 10,000-11,000 करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा, ‘‘हम वर्ष 2025 तक 25,000 करोड़ रुपये कारोबार का लक्ष्य बना रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि इस साल कोविड -19 की वजह से विकास धीमा रह सकता है। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण उपभोग पद्धति में बहुत बदलाव आया है, जिसमें लोग उत्पादों की होम डिलीवरी को प्राथमिकता देते हैं।
डेयरी उत्पादों के व्यसाय प्रमुख संजय शर्मा ने कहा कि वर्तमान में ब्रेड का निर्माण तीसरे पक्ष द्वारा किया जा रहा है और पहले चरण में इसे मदर डेयरी के 1,800बिक्री केन्द्रों के माध्यम से बेचा जाएगा। चौधरी ने लुटियंस और दक्षिण दिल्ली के कुछ स्टोरों को छोड़कर, अन्य स्थानों पर फल और सब्जियों की गुणवत्ता संबंधी चिंताओं के बारे में पूछे जाने पर कहा कि खरीद प्रणाली का पुनर्गठन किया गया है और पूरी खरीद सीधे किसानों से की जा रही है। उन्होंने कहा कि फलों और सब्जियों की गुणवत्ता में अब सुधार हुआ है। मदर डेयरी, ताजे फल और सब्जियां अपने लगभग 400 सफ़ल दुकानों के माध्यम से बेचती है। इनमें सब्जियां, दालें और शहद सफल ब्रांड के तहत बेचे जाते हैं। कंपनी धारा ब्रांड के तहत खाद्य तेल का विनिर्माण और विपणन करती है। मदर डेयरी को 1974 में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में शुरु किया गया था।