हर दिल अजीज वाजपेयी की कमी खलेगी: शायर मुनव्वर राणा

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 17, 2018

नयी दिल्ली। मशहूर शायर मुनव्वर राणा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन को इंसानियत के लिये बड़ा नुकसान बताते हुये कहा है कि इसकी भरपायी कर पाना आसान नहीं है। उन्होंने वाजपेयी के साथ अपनी यादें साझा करते हुए बताया कि संसद भवन में एक कार्यक्रम के दौरान शायरों और कवियों की महफिल में अटल जी ने मंच पर बैठने के बजाय श्रोताओं के बीच बैठना पसंद किया। इतना ही नहीं उन्होंने खुद को अदना सा कवि बताते हुये बड़ी ही शालीनता से अपनी कवितायें पढ़ने से खुद को दूर रखा।

मुनव्वर राणा ने कहा, ‘वाजपेयी की शख्सियत में नफरत के लिये जगह ही नहीं थी, यही वजह है कि आज उनके न रहने पर पाकिस्तान में भी हजारों लोग रोए होंगे।’ कवि परंपरा के लिये वाजपेयी के निधन को नुकसान बताते हुये उन्होंने कहा कि पं. नेहरू और गुजराल भी कविताओं के मुरीद थे लेकिन वाजपेयी मुल्क के एकमात्र प्रधानमंत्री थे जो खुद कवि भी थे।

मुनव्वर राणा ने एक बार दिल्ली से लखनऊ तक अपने सफर को याद करते हुये बताया, ‘हवाईअड्डे पर मुलाकात के बाद वाजपेयी जी ने हवाई जहाज में अपने सहायक से कहा कि हम दोनों अगल बगल की सीट पर ही सफर करेंगे। हम दोनों ने लखनऊ तक का सफर कविताओं के आदान प्रदान के साथ तय किया।’ वाजपेयी के फकीराना अंदाज को याद करते हुये उन्होंने अपना एक शेर कहा, ‘हम अभी हैं तो हुनर हमसे हमारे ले लो, वरना हम भी एक दिन दीवार में लग जायेंगे।’

प्रमुख खबरें

Vaishakh Amavasya 2024: पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए वैशाख अमावस्या के दिन जरुर करें ये उपाय

Noida : लाखों रुपये की ठगी का शिकार होने के बाद इंजीनियर ने आत्महत्या की

मंगलवार को हुई शेयर मार्किट की अच्छी ओपनिंग, सेंसेक्स 123 चढ़कर 74,019 पर खुला

Supreme Court ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका पर सुनवाई शुरू की