By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 20, 2018
तोम्ब्रू (बांग्लादेश)। म्यामां के सुरक्षा बलों ने बांग्लादेश से लगती अपनी सीमा के पास स्थित क्षेत्र में लाउडस्पीकर से घोषणा फिर से शुरू करते हुए रोहिंग्या मुस्लिमों को ‘‘नो मैंस लैंड’’ से तत्काल हटने को कहा है। पिछले वर्ष म्यामां के पश्चिमी इलाके में सैन्य कार्रवाई के चलते फरार हुए अल्पसंख्यक रोहिंग्या समुदाय के करीब 6,000 शरणार्थी बांग्लादेश और म्यामां के बीच इस सकरे क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं।
म्यामां में हिंसा के चलते भागने वाले करीब 700,000 रोहिंग्या मुस्लिमों में से अधिकतर बांग्लादेश में बड़े शिविरों में रह रहे हैं। हालांकि उनमें से कुछ देशों के बीच स्थित इस क्षेत्र में रहने पर अड़े हुए हैं। म्यामां फरवरी में इस बात पर सहमत हो गया था कि वह इन शरणार्थियों को इस क्षेत्र को खाली करके तत्काल बांग्लादेश चले जाने को कहने के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं करेगा। म्यामां की सेना ने अपने सुरक्षा बलों की संख्या कम कर दिया लेकिन इस सप्ताहांत लाउडस्पीकर का प्रयोग फिर से शुरू हो गया।