लोकसभा चुनाव में मिले प्रचंड बहुमत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17वीं लोकसभा की शुरुआत में कहा कि हम सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास हासिल करेंगे। लेकिन भाजपा के कुछ नेता प्रधानमंत्री के इस सपने और लक्ष्य पर पानी फेरने में लगे हुए हैं। तेलंगाना के अदिलाबाद से भाजपा सांसद ने तो सीधे तौर पर प्रधानमंत्री मोदी के सपने को तार-तार कर दिया और मोदी के उस निर्देश को भी भूल गए जो उन्होंने लोकसभा चुनाव में जीत के तुरंत बाद दिया था कि किसी भी नेता को विवादित टिप्पणी करने से बचना चाहिए।
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भाजपा सांसद सोयम बापू राव ने सीधेतौर पर मुस्लिम युवकों का गला काटने की धमकी दी है। दरअसल भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि आदिवासी जिले के जो मुस्लिम युवक हैं वह आदिवासी महिलाओं का उत्पीड़न कर रहे हैं और वह इस तरह की चीजों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। तो भाजपा सांसद खुद को न्याय व्यवस्था से ऊपर मामने लगे हैं जो सीधेतौर पर मुस्लिम युवकों का गला काटने की धमकी दे रहे हैं। हालांकि इस पूरे मामले को लेकर अल्पसंख्यक नेताओं ने बीजेपी सांसद के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी है।
इसके अतिरिक्त मॉब लिंचिंग का एक ताजा मामला झारखंड से सामने आया था जहां पर एक मोटरसाइकिल चुराने के संदेह पर लोगों ने कई घंटों तक बुरी तरह एक व्यक्ति की पिटाई की और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया। इस वीडियो में पीड़ित को ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ बोलने के लिए विवश किया गया। पुलिस द्वारा सोमवार को जारी की गई जानकारी के मुताबिक पिटाई के शिकार हुए व्यक्ति ने चार दिन बाद दम तोड़ दिया।
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भीड़ ने जिस तरह से व्यक्ति की कथिततौर पर पिटाई कर उससे जबरन ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ बुलवाने का प्रयास किया, उससे भीड़ की अतिवादी सोच का पता चलता है। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इसके लिए आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधा। ओवैसी ने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाएं नहीं रुक सकतीं है क्योंकि भाजपा और आरएसएस ने लोगों के दिमाग में मुस्लिमों के प्रति नफरत की भावना बढ़ा दी है। ओवैसी इतने में ही नहीं थमे उन्होंने आगे कहा कि लोगों के दिमाग में यह बात सफलतापूर्वक बैठा दी गई है कि मुस्लिम आतंकी, देशद्रोही और गो-हत्यारे होते हैं।
जनवरी 2019 में समाचार एजेंसी एएनआई को दिए साक्षात्कार में प्रधानमंत्री मोदी ने मॉब लिंचिंग का जिक्र करते हुए कहा था कि ऐसी कोई भी घटना सभ्य समाज को शोभा नहीं देती है। ऐसी घटनाओं के पक्ष में कभी भी आवाज नहीं उठनी चाहिए और यह गलत है। इसी के साथ प्रधानमंत्री ने इस तरह की घटनाओं को निंदनीय भी बताया था लेकिन प्रधानमंत्री द्वारा देशवासियों को दिए गए संदेश का असर कुछ खास दिखाई नहीं दे रहा ऊपर से ओवैसी ने इस तरह की घटना को मुस्लिम के प्रति नफरत की भावना को भड़काने वाला बताया। तो सवाल यह खड़ा हो रहा है कि मुस्लिम समुदाय को लुभाने और अपनी तरफ आकर्षित करने का प्रयास करने वाली भाजपा क्या इन घटनाओं पर विराम लगा पाएगी।
इसी के साथ ही राज्यसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री पर जमकर हमला बोला और झारखंड लिंचिंग का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि झारखंड लिंचिंग और हिंसा का कारखाना बन गया है और वहां पर हर सप्ताह दलित और मुस्लिमों की हत्या होती हैं। आजाद इतने में ही नहीं थमे और प्रधानमंत्री के सबका साथ सबका विकास एजेंडे की खिंचाई करते हुए बोले कि हम आपके साथ हैं लेकिन यह जनता को दिखाई देना चाहिए। इसी के साथ आजाद ने प्रधानमंत्री से निवेदन किया कि आप अपना नया इंडिया खुद तक ही रखें और हमें हमारा पुराना भारत लौंटा दें। इसके साथ ही पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मुस्लिम युवक को हिन्दू भीड़ ने बेरहमी से पीटा और उसकी हत्या कर दी, क्योंकि उसने जय श्री राम का जाप करने से इनकार कर दिया। तो क्या यह एनडीए 2 का नया एजेंडा है।