Narendra Modi Oath Ceremony: विजय मुहूर्त में शपथ लेंगे नरेंद्र मोदी, भारत के लिए रहेगा शुभ

By डॉ. अनीष व्यास | Jun 09, 2024

केंद्र में नरेंद्र मोदी 9 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। लगातार दो बार अपने दम पर सत्ता में रहने वाली बीजेपी इस बार गठबंधन के सारे सत्ता में रहेगी। 9 जून को ज्येष्ठ महीने की तृतीया तिथि और रविवार है। साथ ही पुनर्वसु नक्षत्र है, जो देवताओं का नक्षत्र होता है। इसे शुभ कामों में महत्वपूर्ण माना जाता है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि भगवान राम का जन्म इसी नक्षत्र में हुआ था। इस दिन वृद्धि, अमृत और नैमित्तिक योग भी बन रहे हैं, जो भारत के विकास का संकेत दे रहे हैं। साथ ही चंद्रमा अपनी ही राशि यानी कर्क में रहेगा। भारत की कुंडली में भी चंद्रमा कर्क राशि में है, इसलिए इस दिन को मुहूर्त के तौर पर चुना गया है।


ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि राजनीति में सूर्य का विशेष स्थान माना गया है और सूर्य सभी ग्रहों का राजा है। रविवार के दिन सूर्य भगवान की विशेष कृपा रहती है। वही राजनीति में आगे बढ़ पाते हैं। जिनकी कुंडली में सूर्य और मंगल दोनों अच्छे होते हैं। गोधूलि बेला पूरे दिन का एक बहुत अच्छा समय माना जाता है क्योंकि गाय की घर वापसी का समय होता है और गाय का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। गाय में हमारे सभी देवी देवता विराजमान रहते हैं। ऐसे में इस बेला में जो भी कार्य किया जाता है उस पर समस्त देवी देवताओं की कृपा रहती है और कार्य बगैर बाधाओं के आसानी से पूर्ण होता है।

इसे भी पढ़ें: Vinayak Chaturthi 2024: सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, ध्रुव योग और पुष्य नक्षत्र मनाई जायेगी विनायक चतुर्थी

गौधुलिक संध्या के विजय मुहूर्त में होगी शपथ 

ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि शपथ के लिए 9 जून की शाम 7.07 से 7.35 तक का विशेष शुभ सूक्ष्म समय निकाला गया है। इस समय गौधुलिक नाम का संध्या विजय मुहूर्त रहेगा। शास्त्रों के मुताबिक यह सभी कामों में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।


रामलला की प्राण प्रतिष्ठा मध्याह्न विजय मुहूर्त में हुई 

ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि ज्योतिष गणना के मुताबिक मध्याह्न विजय मुहूर्त और वृश्चिक नवमांश के वक्त अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। मोदी की शपथ के लिए वृश्चिक लग्न और गौधूलिक विजय मुहूर्त पर जोर दिया गया है। वृश्चिक लग्न का समय स्थिर होता है। मोदी ने 2014 और 2019 में भी इसी लग्न में शपथ ली थी।


मोदी और भारत की कुंडली में दो विशेष योग 

ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि इस समय की कुंडली में लग्न का स्वामी मंगल और चंद्रमा, दोनों ही अपनी राशि में होंगे। सूर्य, बुध, गुरु और शुक्र कुंडली के सातवें घर में होंगे और लग्न पर इन सभी ग्रहों की दृष्टि होगी। मुहूर्त, लग्न और ग्रहों का ऐसी सटीक स्थिति पांच या दस साल में एक बार बनती है। इससे दुनिया में भारत की भूमिका मजबूत होगी।


इस दिन लग्न और नवमांश का भी आपस में बहुत अच्छा संयोग बन रहा है। नरेंद्र मोदी की जन्म राशि वृश्चिक और भारत की कुंडली का लग्न वृषभ है। इन दोनों में समसप्तक योग बन रहा है। वहीं भारत और नरेंद्र मोदी की राशि का आपस में नवमपंचम लाभ योग बन रहा है।


बीजेपी की स्थापना कुंडली 

भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि बीजेपी की स्थापना 6 अप्रैल 1980 में दोपहर 11:45 बजे दिल्ली में हुई थी। मिथुन लग्न कि इस कुंडली में दशम भाव में दिग्बली सूर्य बैठे हैं, जिस वजह से यह पार्टी सत्ता के शिखर पर सवार हैं। लग्नेश बुध भाग्य धर्म के नवें भाव में मित्र राशि में बैठे हैं। इस वजह से बीजेपी की धार्मिक पहचान बनी है और इसे भाग्य का भी भरपूर साथ मिला है।

  

बीजेपी का भविष्य 

भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि अभी बीजेपी चंद्र में बुध कि अंतर्दशा में चल रही है। चंद्रमा द्वितीयेश होकर अपनी नीच राशि में छठे भाव में बैठे हैं और बुध लग्नेश होकर नवम भाव में बैठे हैं। चंद्रमा पर राशि मंगल की दृष्टि है जो राजयोग का निर्माण कर रही है। छठा भाव संघर्ष का होता हैं, जो मजबूत है। षष्ठेश मंगल दशमेश गुरु के साथ हैं इसलिए इस पार्टी को संघर्ष से सफलता मिली है। बुध पर चूंकि बहुत से बुरे ग्रहों का प्रभाव है इसलिए इस बार कि सफलता में कुछ कमी रह गई है।


बुध के बाद केतु की अंतर्दशा आएगी, जो जुलाई 2025 से फरवरी 2026 तक रहने वाली है। यह समय बीजेपी के लिए काफी उठा पटक वाला रहेगा। इस अवधि में पार्टी में काफी आंतरिक कलह क्लेश हो सकता है, जो किसी धार्मिक मुद्दे को लेकर होने की संभावना है। अप्रैल 2026 से दिसंबर 2026 की अवधि में इस पार्टी के साथ कुछ और पार्टियां जुड़ जाएंगी। विदेश नीति को लेकर कुछ लोकप्रिय निर्णय भी इस अवधि में लिए जा सकते हैं। इस समय में विदेश में भी इसकी अच्छी-खासी ख्याति बनेगी।


भारत के लिए शुभ 

भविष्यवक्ता डॉ अनीष व्यास ने बताया कि 9 जून का यह मुहूर्त भारत के लिए शुभ है। जब मोदी शपथ लेंगे, उस मुहूर्त में कोई भी काम किया जाए तो सफलता तय है। उनका कहना है कि इससे भारत का भविष्य और भी उज्ज्वल होगा और देश विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर होगा।


- डा. अनीष व्यास

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक

प्रमुख खबरें

Bangladesh में हो रहा भारी बवाल, भारत ने ले लिया तगड़ा एक्शन, 35 गिरफ्तार

गौतम गंभीर को लेकर कपिल देव का दो टूक: वो कोच नहीं, टीम संभालने वाले मैनेजर हैं!

बांग्लादेश में ऐसा क्या हुआ? अमेरिका भी आ गया टेंशन में, नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी

विपक्ष के हंगामे के बीच कर्नाटक में हेट स्पीच और हेट क्राइम बिला पास, मंत्री ने कहा- कोई राजनीतिक प्रतिशोध नहीं