By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 11, 2018
नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश में डिजिटल क्रांति के तहत नवोन्मेष हो रहा है और इसे निजता की आड़ में खत्म नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने यह अपील की कि निजी डाटा में कथित तौर पर सेंध लगने के मुद्दे को बहुत अधिक हवा नहीं दी जानी चाहिए। प्रसाद छठें वार्षिक अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि 1980 और 90 के दशक में भारत लाइसेंस राज की वजह से औद्योगिक और उद्यमी क्रांतियों से चूक गया है।
उन्होंने न्यायमूर्ति श्रीकृष्णा समिति का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘परंतु इसे (भारत को) डिजिटल क्रांति से नहीं चूकना चाहिए।’’ कानून मंत्री ने कहा, ‘‘यात्रा करना आपका निजी मामला है। परंतु अगर आप उड़ान जैसी सार्वजनिक परिवहन सेवा का इस्तेमाल करते हैं तो सबकुछ रिकॉर्ड हो जाता है। आप क्या खाते हैं वह आपका निजी मामला है, लेकिन आप रेस्तरां में खाते हैं तो यह बिल के माध्यम से रिकॉर्ड हो जाएगा। इसलिए निजता के मामले को बहुत अधिक हवा नहीं दी जानी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि देश में जो नवोन्मेष हो रहा है उसे निजता की आड़ में खत्म नहीं किया जाना चाहिए।
प्रसाद ने इस बात का भी उल्लेख किया कि आधार कार्ड की मदद से कैसे फर्जी खातों और शिक्षकों के बारे में पता चला है और इससे सरकार के बहुमूल्य संसाधनों की मदद हुई। हाल ही में एक अखबार ने आधार डाटा में कथित तौर पर सेंध लगने का दावा किया था।