शारदीय नवरात्र मेला के दूसरे दिन मंदिरों में लगा है श्रद्धालुओं तांता , कोविड प्रोटोकाल में ही मिल रही दशनों की अनुमति

By विजयेन्दर शर्मा | Oct 08, 2021

ज्वालामुखी । शारदीय नवरात्र मेला के दूसरे दिन आज सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालामुखी में बडी तादाद में श्रद्धालु दर्शनों के लिये आ रहे है। जिससे महौल भक्तिमय बना हुआ है।  प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये इंतजाम किये गये हैं।  इसी तरह ब्रजेशवरी देवी कांगडा, चामुंडा देवी और चिंतपुर्णी मंदिरों में भी लोग उमड रहे हैं।

 

इसे भी पढ़ें: शक्तिपीठ ज्वालामुखी में शरदीय नवरात्र मेला के दौरान प्रशासन श्रद्धालुओं की सुविधा का खास ख्याल रख रहा एसडीएम धनवीर ठाकुर

 

सुरक्षा के कडे इंतजाम हैं भारी तादाद में पुलिस बल तैनात हैं।  प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं। श्रद्धालुओं को मैटल डिटेक्टर से होकर गुजारा जा रहा है।  वहीं मंदिर मार्ग पर ढ़ोल-नगाड़े बजाने  पर रोक लगाई गई है। व मंदिर में नारियल चढ़ाने पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया गया है।   भीड़ को नियंत्रित करने के लिये कतारों में पुराने रास्ते से होकर भेजा जा रहा है। लेकिन इसमें लाईन लंबी होने की वजह से श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दर्शनों के लिये कतारों में ही भेजा जा रहा है। जिससे सुबह सवेरे ही मंदिर परिसर में श्रद्धालु कतारों में खडे होकर अपनी बारी का इंतजार करते देखे गये।  कोविड प्रोटोकाल के तहत ही दर्शनों की इजाजत मिल रही है। 

 

इसे भी पढ़ें: नवरात्रि के दूसरे दिन मां के द्वितीय स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा- अर्चना की जाती है

 

ज्वालामुखी संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य प्रबल शास्त्री ने बताया कि आज नवरात्र मेला के दूसरे दिन द्धितिय स्वरूप ब्रहमचारिणी की पूजा की जा रही है। मां ब्रह्मचारिणी की कृपा से सिद्धी की प्राप्ति होती है। तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम पाने के लिए देवी ब्रह्मचारिणी की उपासना की जाती है। शास्त्रों के अनुसार ब्रह्मचारिणी का अर्थ तप की चारिणी यानि तप का आचरण करने वाली बताया गया है। आज मां की कृपा प्राप्त करने के लिए मां ब्रह्मचारिणी की आरती जरूर करें। मां की आरती करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है।

 

 

उत्तर प्रदेश के अलीगढ से दर्शनों के लिये आये लबी चौधरी ने बताया कि  उन्हें यहां प्रशासन की ओर से किये गये इंतजाम देखकर अच्छा लगा व दर्शनों के लिये कोई परेशानी नहीं हुई। 

 

तीर्थराज प्रयाग से आये श्रद्धालु गोपाल जी पांडे ने कहा कि  नवरात्र के दौरान दर्शनों के लिये लाईन लंबी होने की वजह से छोटे छोटे बच्चे परेशान हो रहे हैं।  बच्चे रो रहे हें। उन्हें कुछ नहीं दिया जा रहा है, उनके लिये भी मंदिर प्रशासन को व्यवस्था करनी चाहिये। उनके लिये नाशता व पानी का इंतजाम लाईन में ही होना चाहिये।  


प्रमुख खबरें

कौन है असली ग्रुप ऑफ डेथ? FIFA World Cup 2026 ड्रॉ के बाद विश्लेषकों की राय, इन ग्रुप्स पर टिकी नजरें

India-US Trade Pact: 10 दिसंबर से शुरू होगा पहले चरण का मंथन, टैरिफ पर हो सकती है बात

रूस में फैलेगा पतंजलि का साम्राज्य, MoU साइन, योग और भारतीय संस्कृति का बढ़ेगा प्रभाव

7 दिसंबर तक रिफंड-क्लियर करो, 48 घंटे में सामान घर पहुंचाओ, वरना होगी सख्त कार्रवाई, सरकार की लास्ट वॉर्निंग