By अभिनय आकाश | Apr 08, 2021
एनसीईआरटी की 12वीं की पुस्तक में मुगलों के महिमामंडन और आधारहीन तथ्य को लेकर जयपुर की एक अदालत ने एनसीईआरटी के डॉयरेक्टर और शिक्षा मंत्रालय को नोटिस जारी किया है। अदालत में दायर याचिका में कहा गया कि किताब में गलत तथ्य पेश किए गए हैं। याचिका में किताब से गलत जानकारी को हटाने की मांग की गई। जिसके बाद कोर्ट ने केंद्र और एनसीईआरटी को नोटिस जारी कर 19 अप्रैल तक जवाब मांगा है।
शाहजहां और औरंगजेब ने मंदिरों के लिए जारी किया ग्रांट?
एनसीईआरटी की 12वीं की इतिहास की किताब में पढा़या जा रहा है कि औरंगजेब और शाहजहां ने मंदिरों का निर्माण करवाया। 12वीं की इतिहास की किताब इंडियन हिस्ट्री पार्ट टू के पेज 234 पर लिखा है कि जब युद्ध के दौरान मंदिरों को ढहा दिया गया था। बाद में शाहजहां और औरंगजेब ने मंदिरों की मरम्मत के लिए ग्रांट जारी किया था।
गौरतलब है कि एनसीईआरटी की किताब में ये तो लिखा नहीं मिलता है कि भारत के मंदिर औरंगजेब के आदेश पर तोड़े गए। लेकिन ये जरूर लिखा गया है कि औरंगजेब और शाहजहां ने मंदिरों की मरम्मत के लिए ग्रांट जारी किया।