सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों को न्याय दिलायेगी राजग सरकार: राम माधव

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 20, 2018

वाशिंगटन। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि 1984 के सिख विरोधी दंगों के पीड़ित सभी परिवारों को न्याय दिलाने के लिये राजग सरकार ने कदम उठाये हैं और ‘‘इस दिशा में वह अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगी।’’ भाजपा महासचिव राम माधव ने वाशिंगटन डीसी के मेरीलैंड उपनगर में वैशाखी मनाने आये सैकड़ों सिख अमेरिकी नागरिकों को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। ।उनकी तालियों की गड़गड़ाहट के बीच भाजपा नेता ने कहा, ‘‘मैं समुदाय को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उन दुर्भाग्यपूर्ण वर्षों के दौरान पीड़ा के दौर से गुजरे हर शख्स और परिवार को न्याय दिलाने के लिये हमलोग अपनी ओर से हरसंभव बेहतर प्रयास करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि राजग सरकार ने वर्ष 1984 के दंगों के दौरान सिख समुदाय के खिलाफ अपराध करने का पाप करने वाले उन दोषियों को सजा दिलाने के लिये किसी भी हद तक जाने का फैसला किया है। 

 

उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति ढींगरा आयोग 1984 के दंगे में सिख समुदाय के खिलाफ हुए अपराध के 186 गंभीर मामलों पर बेहद तत्परता से गौर कर रहा है। उन्होंने उल्लेख किया कि कई प्राथमिकी फिर से दर्ज की गयी है। उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि उन नेताओं के खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट जारी किये गये हैं जो समुदाय के खिलाफ इस पूरे अपराध में अगुवा रहे।’’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने विशेष संदेश में कहा कि विदेश में वैशाखी का त्योहार मनाना सिख समुदाय की परंपरा एवं मूल्यों के प्रति बढ़ते उत्साह का संकेत है। उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर अमेरिका में सिख समुदाय की उपलब्धियों पर हमें गर्व है जिसने अपने नये घर (नये देश) के विकास एवं समृद्धि के लिये महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह प्रशंसनीय है कि समुदाय ने अपनी परंपराएं और स्वाभाविक प्रवृत्ति को बचाये रखा और यह भारत के साथ सेतु का निर्माण कर रहा है।’’ माधव ने यह भी कहा कि भारतीय - अमेरिकी नागरिक अमेरिका के साथ भारत के रणनीतिक संबंधों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। 

प्रमुख खबरें

Mehbooba Mufti को मत मांगने के लिए बच्ची का इस्तेमाल करने पर कारण बताओ नोटिस जारी

BSF के जवान ने अज्ञात कारणों के चलते BSF चौकी परिसर में फाँसी लगाकर की आत्महत्या

SP ने आतंकवादियों के खिलाफ मुकदमे वापस लेने की कोशिश की, राम का अपमान किया: Adityanath

तापीय बिजली संयंत्रों के पास मानक के मुकाबले 68 प्रतिशत कोयले का भंडार: सरकारी आंकड़ा