By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 10, 2021
नयी दिल्ली। वेस्टइंडीज के आलराउंडर जैसन होल्डर का मानना है कि क्रिकेट में नस्लवाद विरोधी आंदोलन मैचों से पहले एक घुटने के बल पर बैठकर सांकेतिक समर्थन तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए और इसके कुछ मायने होने चाहिए। अमेरिका में अफ्रीकी मूल के जार्ज फ्लायड की एक श्वेत पुलिस अधिकारी के हाथों मौत के बाद ब्लैक लाइव्स मैटर (अश्वेतों का जीवन मायने रखता है) आंदोलन शुरू हुआ था।
वेस्टइंडीज उन पहली दो अंतरराष्ट्रीय टीमों में शामिल था जिसके खिलाड़ियों ने एक घुटने के बल पर बैठकर इसका समर्थन किया था। ईएसपीएनक्रिकइन्फो के अनुसार होल्डर ने कहा, मैंने इसको लेकर कुछ चर्चा की थी और मुझे लगता है कि कुछ लोगों को लगता है कि मैचों से पहले की जाने वाली यह अप्रभावी क्रिया है। मैं इस आंदोलन में नयी जान फूंकने के लिये कुछ नयी पहल देखना चाहता हूं।
उन्होंने कहा, मैं नहीं चाहता था कि लोग केवल यह सोचें कि वे ब्लैक लाइव्स मैटर के लिये घुटने टेक रहे हैं क्योंकि यही परंपरा है, यही चलन है। इसका कुछ अर्थ होना चाहिए। वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला से पहले खिलाड़ियों से नस्लवाद विरोधी आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिये और अधिक प्रयास करने का आग्रह भी किया।