संविधान और लोकतंत्र पर खतरे को पहचानने की जरूरत: अशोक गहलोत

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 07, 2019

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा कि आज मुल्क, संविधान और लोकतंत्र खतरे में है, इसे पहचाने की जरूरत है अगर इसे नहीं पहचाना तो हमको पछताना पड़ेगा। गांधीवादी विचारक एस एन सुब्बाराव के 91वें जन्मदिवस पर आयोजित कार्यक्रम में गहलोत ने कहा, ‘आज देश में घृणा, नफरत, भय और चिंता का खतरनाक माहौल है।’ उन्होंने कहा कि आज मुल्क खतरे में है, संविधान, लोकतंत्र खतरे में है। उसको पहचाने की आवश्यकता हम सबको है। अगर नहीं पहचानेंगे तो हमको पछताना पड़ेगा। 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग सत्ता में आने और सत्ता में रहने के लिये गांधी के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन गांधी की विचारधारा पर चलने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘वे बदले की भावना से राजनीति करते हैं। (देश में) हिंसा का माहौल है लेकिन उसे रोकने का कोई प्रयास नहीं कर रहे हैं।’ गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के कारण ही भारत ने आज दुनिया में विकसित राष्ट्र के रूप में पहचान बनाई है।

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