By अंकित सिंह | Jun 13, 2024
कांग्रेस ने गुरुवार को पूरे राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच की मांग की। पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि ''मोदी सरकार के कार्यों के कारण NEET-UG 2024 परीक्षा में बैठने वाले 24 लाख छात्रों का भविष्य दांव पर है।'' एक एक्स पोस्ट में खड़गे ने कहा, ''NEET परीक्षा में ग्रेस मार्क्स ही एकमात्र समस्या नहीं थी। धांधली हुई है, पेपर लीक हुए हैं, भ्रष्टाचार हुआ है। मोदी सरकार की हरकतों से NEET परीक्षा में शामिल होने वाले 24 लाख छात्रों का भविष्य खतरे में है।”
खड़गे ने लिखा कि NEET परीक्षा में केवल Grace Marks की समस्या नहीं थी। उन्होंने दावा किया कि धाँधली हुई है, पेपर लीक हुए हैं, भ्रष्टाचार हुआ है। NEET परीक्षा में बैठे 24 लाख़ छात्र-छात्राओं का भविष्य मोदी सरकार के कारनामों से दाँव पर लग गया है। उन्होंने कहा कि Exam Centre और Coaching Centre का एक Nexus बन चुका है, जिसमें 'पैसे दो-पेपर लो' का खेल खेला जा रहा है। मोदी सरकार NTA के कंधों पर अपनी कारगुज़ारियों का दारोमदार रखकर, अपनी जवाबदेही से पीछा नहीं छुड़ा सकती।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पूरे NEET घोटाले में कांग्रेस पार्टी सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक निष्पक्ष जाँच की माँग करती है। जाँच के बाद दोषियों को कड़ी-से कड़ी सज़ा दी जाए और लाखों छात्र-छात्राओं को मुआवज़ा देकर उनका साल बर्बाद होने से बचाया जाए। पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने पेपर लीक और धांधली से करोड़ों युवाओं का भविष्य बर्बाद किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष को जवाब देते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एनटीए सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए उचित कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है और शीर्ष अदालत के निर्देशों के अनुसार 1,563 छात्रों की परीक्षा दोबारा आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि NEET परीक्षा मामले में NTA माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए उचित कार्यवाही करने को कटिबद्ध है। माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार 1563 विद्यार्थियों की परीक्षा दोबारा करायी जायेगी।
उन्होंने कहा कि NEET परीक्षा में किसी प्रकार की धांधली, भ्रष्टाचार या पेपर लीक की कोई भी पुख़्ता सबूत अभी तक सामने नहीं आया है।इससे संबंधित सारे तथ्य सुप्रीम कोर्ट के सामने हैं और विचाराधीन हैं। मैं कांग्रेस को ये याद दिलाना चाहता हूँ की पेपर लीक रोकने और नक़ल विहीन परीक्षा के लिए केंद्र सरकार ने इसी साल Public Examination (Prevention of Unfair Means) Act पारित किया है जिसमें कई कड़े प्रावधान हैं। कांग्रेस इस ग़लतफ़हमी में ना रहे कि कोई भी nexus पाया जाएगा तो उस पर कार्यवाही नहीं होगी। इस Act के प्रावधानों को बहुत बारीकी से अमल में लाया जाएगा।
प्रधान ने कहा कि छात्रों के भविष्य पर राजनीति करना कॉंग्रेस की पुरानी आदत है। राजनीतिक रोटियाँ सेकने के बजाय कांग्रेस को भारत के विकास में योगदान देना चाहिए। इस मुद्दे पर जिस तरह की राजनीति की जा रही है, वह केवल भ्रम फैलाने की कोशिश है और इससे विद्यार्थियों के मानसिक शांति पर असर पड़ता है। वर्तमान में NEET की काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू होने जा रही है और इसे राजनीतिक आखेट का विषय बनाना न केवल अनुचित है बल्कि यह भावी पीढ़ी के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। केंद्र सरकार का ध्यान हमेशा छात्रों का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने पर है। विपक्ष मुद्दाविहीन है, ऐसे संवेदनशील मुद्दे पर विपक्ष बिना तथ्य जाने सिर्फ झूठ फैला रहा है। कांग्रेस अपनी ओछी राजनीति के लिए देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।