घुसपैठियों के प्रति न तो मेरी नीति और न ही मेरा झंडा बदला: राज ठाकरे

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 14, 2020

औरंगाबाद। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि न तो बांग्लादेशी और पाकिस्तानी घुसपैठियों के प्रति उनकी नीति बदली है और न ही उनकी पार्टी का झंडा बदला है। मनसे इस साल जनवरी में अपना नया झंडा सामने लेकर आयी थी जिसमें छत्रपति शिवाजी महाराज का राजकीय मुहर है जिसे ‘राज मुद्रा’ कहा जाता है। उस समय कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन में उनके भाषण से मनसे के कट्टर हिंदुत्व राजनीति की ओर उन्मुख होने का संकेत भी मिला था।

इसे भी पढ़ें: हिन्दुत्व साबित करने के लिए शिवसेना को झंडा बदलने की जरुरत नहीं: उद्धव ठाकरे

ठाकरे ने कहा कि न तो बांग्लादेशियों और पाकिस्तानियों के प्रति मेरी नीति बदली है और न ही मेरा झंडा बदला है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने नये झंडे के लिए राज्य चुनाव आयोग को पत्र भेजा था और यह तीन-चार पहले दर्ज कराये गये कई झंडों में एक है। उन्होंने कहा कि राज मुद्रा वाला झंडा पहले भी पार्टी के कार्यक्रमों में प्रदर्शित किया गया है। ठाकरे ने दावा किया कि राज्य सरकार ने बांग्लादेशियों द्वारा चलाये जा रहे रिक्शों और टैक्सियों को हटवाया जब उनकी पार्टी ने यह मुद्दा उठाया।

इसे भी पढ़ें: राज ठाकरे की महारैली, बोले- मुसलमान CAA का क्यों कर रहे हैं विरोध, किसे दिखा रहे हैं ताकत

शिवसेना पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि अन्य अपनी नीतियां बदलकर सत्ता में पहुंचे हैं। जब उनसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा एलगार परिषद प्रकरण की जा रही जांच और इसे लेकर राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के बीच टकराव के बारे में पूछे जाने पर ठाकरे ने कहा, ‘‘ इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि कौन सी एजेंसी जांच करती है, बस जांच परिणति तक पहुंचनी चाहिए। हम देखते हैं कि कई जांचें शुरू होती हैं लेकिन वे कभी खत्म नहीं होती हैं।’’

इसे भी देखें: हिन्दुत्व को लेकर उद्धव और राज आमने-सामने, दे रहे हैं बड़बोले बयान

प्रमुख खबरें

Chhattisgarh: सड़क दुर्घटना में आठ लोगों की मौत, 23 अन्य घायल

Karnataka | सेक्स स्कैंडल में फंसा देवेगौड़ा का पोता Prajwal Revanna? सीएम सिद्धरमैया ने दिए जांच के आदेश, विरोध प्रदर्शन भी जारी

Putin ने शायद रूसी विपक्षी नेता Navalny की मौत का आदेश नहीं दिया था: अमेरिकी अधिकारी

Air Force ने गंभीर रूप से बीमार दो मरीजों को हवाई मार्ग के जरिए लेह से चंडीगढ़ पहुंचाया