By अंकित सिंह | Sep 23, 2023
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आज अपनी पार्टी के सहयोगी रमेश बिधूड़ी की एक अन्य सांसद के खिलाफ सांप्रदायिक टिप्पणी की निंदा की। लेकिन साथ ही बिधूड़ी के निशाने पर आए सांसद के आचरण की जांच की भी मांग की। बिधूड़ी को बार-बार मायावती की बहुजन समाज पार्टी के दानिश अली के साथ दुर्व्यवहार और इस्लामोफोबिक अपशब्द कहते देखा गया, जिसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें चेतावनी दी। उनकी टिप्पणियाँ रिकॉर्ड से हटा दी गईं। हालांकि, रमेश बिधूड़ी के बयान पर जमकर राजनीतिक बवाल जारी है। दुबे ने कहा कि बिधूड़ी की टिप्पणी सभ्य समाज के लिए उपयुक्त नहीं है।
आज एक्स पर निशिकांत दुबे ने लिखा कि रमेश बिधूड़ी के लोकसभा में दिए बयान को कोई भी सभ्य समाज ठीक नहीं कह सकता, इसकी जितनी निंदा की जाए कम है लेकिन लोकसभा अध्यक्ष को सांसद दानिश अली के भी अमर्यादित शब्दों व आचरण की जॉंच करनी चाहिए। उन्होंने आगे लिखा कि लोकसभा की नियम प्रक्रियाओं के तहत किसी सांसद के निर्धारित समय के बीच टोकना, बैठे बैठे बोलना, रनिंग कमेंट्री करना भी सजा के दायरे में आता है। उन्होंने कहा कि मैं पिछले 15 साल से सांसद हूँ, लोकसभा के खुलने से लेकर बंद होने तक सबसे ज़्यादा समय तक मैं सदन में रहता हूँ, ऐसा दिन देखने को मिलेगा कभी सोचा नहीं था।
भारी विपक्ष के विरोध का सामना करते हुए, भाजपा ने बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस भेजा है और उनसे 15 दिनों के भीतर अपनी असंसदीय भाषा का स्पष्टीकरण देने को कहा है। इस आदान-प्रदान के तुरंत बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में खेद व्यक्त किया था। भावुक अली ने कहा कि अगर बिधूड़ी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वह संसद छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह पूरी रात सो नहीं सके क्योंकि उन्हें लगा जैसे उनका दिमाग 'विस्फोट' होने वाला है।