By अंकित सिंह | Aug 22, 2025
अपने तत्कालीन कट्टर प्रतिद्वंद्वी नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए, और यह कहते हुए कि एक नेता को देश चलाने के लिए टोपी और तिलक दोनों पहनना पड़ता है, लगभग बारह साल बाद, जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने एक मदरसे के कार्यक्रम में टोपी पहनने से इनकार कर दिया। बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के एक कार्यक्रम में, मुख्यमंत्री को आमतौर पर मुसलमानों द्वारा पहनी जाने वाली टोपी भेंट की गई। लेकिन उन्होंने उसे नहीं पहना और अपनी पार्टी के सहयोगी और राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री, मोहम्मद ज़मा खान के सिर पर पहना दिया।
हालांकि, नीतीश ने ऐसा जानबुझकर किया होगा, इसकी संभावना तम है। पिछली बार हमने देखा था कि ऐसे की एक कार्यक्रम में उनकों भेंट किया गया गमला वह अपने मंत्री अशोक चौधरी के सिर पर रखते नजर आ रहे थे। हालांकि, जदयू विधान पार्षद खालिद अनवर ने मुख्यमंत्री का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने अपने मंत्री ज़मा खान के सिर पर अपना "मुकुट" (टोपी) रखकर अल्पसंख्यक समुदाय का सम्मान बढ़ाया है। अनवर ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि मुख्यमंत्री ने हमेशा बिहार के मुसलमानों के अधिकारों के लिए काम किया है और हमेशा एक धर्मनिरपेक्ष विचारधारा का पालन किया है। इसके अलावा, उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए यह भी आरोप लगाया कि वे राज्य में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुमार ने राज्य मदरसा बोर्ड के शताब्दी समारोह में बोलते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि उनकी सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिए व्यापक रूप से काम किया है। उन्होंने कहा, "क्या 2005 से पहले कोई काम हुआ था? मुसलमानों के लिए कोई काम नहीं हुआ। अब, मदरसा शिक्षकों को सरकारी स्कूल के शिक्षकों के बराबर वेतन मिलता है। हमने इसकी शुरुआत की। हमने मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के लिए भी काम किया।"
वहीं, राजद और कांग्रेस को नीतीश पर निशाना साधने का मौका मिल गया है। तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा कि मदरसा एजुकेशन बोर्ड के शताब्दी वर्ष समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जबरन मदरसा शिक्षकों को बुलाया और फिर सम्मान स्वरूप टोपी पहनने से इनकार कर दिया। पिछले कई महीने से शिक्षकों की बहाली नहीं होने से नाराज़ लोगों ने जमकर नारेबाजी और हंगामा किया और कहा कि मुसलमानों को बेवक़ूफ़ बनाना बंद करो। जैसा कि सर्वविदित है अपने चरित्र अनुसार नीतीश कुमार जी हमेशा सभी को ठगने का काम करते है। नारेबाजी से घबराकर उनके विश्वासघाती मंत्रियों को स्टेज छोड़ कर भागना पड़ा।