By अनुराग गुप्ता | Jul 05, 2021
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को कोविन ग्लोबल कॉन्क्लेव में अपने विचारों को साझा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से जितने भी देशों में लोगों की मृत्यु हुई हैं, मैं उन सभी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। कोई भी राष्ट्र कितना भी मजबूत क्यों ना हो लेकिन वह इस तरह की महामारी का सामना अकेले नहीं कर सकता है।
पीएम मोदी ने कहा कि महामारी की शुरुआत से ही भारत कोरोना के खिलाफ जारी युद्ध में अपने सभी अनुभवों, विशेषज्ञता और संसाधनों को वैश्विक समुदाय के साथ साझा करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दौरान उन्होंने कहा कि अपनी तमाम मजबूरियों के बावजूद हमने दुनिया के साथ ज्यादा-ज्यादा चीजें साझा करने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ युद्ध में तकनीकी हमारा अभिन्न अंग है। सौभाग्य से सॉफ्टवेयर एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें संसाधनों की कोई कमी नहीं है। इसलिए हमने तकनीकी रूप से संभव होते ही ट्रेसिंग और ट्रैकिंग ऐप को अपना ओपन सोर्स बना दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से उभरने के लिए वैक्सीनेशन एक उम्मीद है। हमने शुरू से ही वैक्सीनेशन अभियान को डिजिटल माध्यम से जोड़ा है। हम सभी को एकसाथ मिलकर आगे बढ़ना होगा।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने कहा था कि कोविड-19 से एकजुट लड़ाई में कोविन को लेकर भारत दुनिया के साथ हाथ मिलाने के लिए उत्सुक है।
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