By अंकित सिंह | Jan 27, 2022
उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव 7 चरणों में होने हैं जबकि नतीजे 10 मार्च को आएंगे। उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया भी जारी है। आज से चौथे चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो रही है। चौथे चरण में 60 सीटों पर चुनाव होने हैं। इन 60 सीटों पर 23 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। इन 60 में से ज्यादातर सीटें मध्य उत्तर प्रदेश की हैं। चौथे चरण में जिन क्षेत्रों में चुनाव होने हैं उनमें रुहेलखंड से लेकर तराई बेल्ट, अवध और बुंदेलखंड शामिल हैं। चौथे चरण में 9 जिलों में चुनाव होंगे।
सबसे खास बात यह भी है कि चौथे चरण में ही लखीमपुर खीरी में भी विधानसभा के लिए चुनाव होने हैं। माना जा रहा है कि इस चरण में लखीमपुर का एक बड़ा मुद्दा रह सकता है। चौथे चरण का चुनाव इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि यहीं से पार्टियों के पक्ष में माहौल बनने की शुरुआत हो सकती है। चौथे चरण में पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर और बांदा शामिल है। चौथे चरण में ही कांग्रेस के लिए अग्निपरीक्षा है क्योंकि इसमें रायबरेली भी शामिल है। रायबरेली से कांग्रेस के अध्यक्ष सोनिया गांधी फिलहाल सांसद हैं।
चौथे चरण में 16 सीटें अनुसूचित जाति के लिए भी आरक्षित है। वर्तमान की बात करें तो इन 60 सीटों में से भाजपा और उसके गठबंधन के सहयोगियों के पास 90 फ़ीसदी सीट हैं। यही कारण है कि भाजपा चौथे चरण में पूरा दमखम लगाने की कोशिश करेगी। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 60 में से 51 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि उसकी सहयोगी अपना दल ने एक सीट हासिल की थी। समाजवादी पार्टी को सिर्फ 4 सीटें मिली थी जबकि कांग्रेस तथा भाजपा के खाते में दो-दो सीटें गई थी।