देश में कुल मौतों में से 60 प्रतिशत के लिए गैर संक्रामक रोग जिम्मेदार: मोदी

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 12, 2018

चेन्नई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि बदलती जीवनशैली गैर संक्रामक रोगों में इजाफा कर रही है। उन्होंने लोगों को स्वास्थ्य देखभाल उपलब्ध कराने में केंद्र के प्रयासों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ आकलनों के अनुसार अब देश में कुल मौतों में से 60 प्रतिशत के लिए गैर संक्रामक रोग जिम्मेदार हैं।’’ मोदी ने कहा कि केंद्र ने देश के विभिन्न हिस्सों में 20 राज्य कैंसर संस्थान और 50 तृतीयक केयर कैंसर सेंटर स्थापित करने की योजना बनाई है। प्रधानमंत्री शहर स्थित कैंसर इंस्टिट्यूट में ‘डायमंड जुबली’ भवन और अन्य प्रतिष्ठानों का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि तृतीयक केयर कैंसर सेंटर की स्थापना के लिए 45 करोड़ रुपये तक के तथा राज्य कैंसर संस्थान की स्थापना के लिए 120 करोड़ रुपये तक के प्रस्ताव स्वीकार किए जा सकते हैं। मोदी ने कहा, ‘‘मैं यह उल्लेख करने में खुशी महसूस कर रहा हूं कि अब तक 15 कैंसर संस्थानों तथा 20 केयर सेंटरों की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है।’’

 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत कर्क रोग विज्ञान पर फोकस के साथ 14 नए एम्स की स्थापना की जा रही है। मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 ऐहतियाती स्वास्थ्य देखभाल के महत्व को रेखांकित करती है। उन्होंने कहा कि कर्क रोग विज्ञान सेवाओं के प्रावधान के साथ आठ मौजूदा संस्थानों को अपग्रेड किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘समग्र प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल आयुष्मान भारत के तहत लोगों को उनके घर के नजदीक ऐहतियाती और उपचारात्मक सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने मधुमेह, उच्च रक्तचाप और सामान्य कैंसर जैसी सामान्य गैर संक्रामक बीमारियों का आबादी आधारित नियंत्रण निरीक्षण और प्रबंधन शुरू किया है।’’ मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन भी शामिल है जिसमें 10 करोड़ से अधिक परिवार शामिल होंगे। 

 

प्रधानमंत्री ने कहा कि मिशन से लगभग 50 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा। मोदी ने कहा कि इस मिशन के तहत द्वितीयक और तृतीयक अस्पताल देखभाल के लिए प्रति परिवार पांच लाख रुपये तक की बीमा कवरेज उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार की वित्तीय मदद वाला विश्व का सबसे बड़ा स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम होगा।’’ लोग सार्वजनिक और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों- दोनों में लाभ ले पाएंगे। मोदी ने कहा कि योजना का उद्देश्य स्वास्थ्य पर जेब खर्च कम करने का है। उन्होंने कैंसर जैसी बीमारियों को रोकने के लिए गैर सरकारी संगठनों तथा निजी क्षेत्रों सहित समाज के सभी तबकों की भागीदारी का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कैंसर संस्थान की यह कहकर सराहना की कि यह दक्षिण भारत में पहला और देश में दूसरा विशेषज्ञता प्रतिष्ठान है।

 

उन्होंने कहा, ‘‘कैंसर इंस्टिट्यूट देश के सबसे पुराने और महत्वपूर्ण समग्र कैंसर देखरेख केंद्रों में से एक है।’’ इंस्टिट्यूट के अध्यक्ष डॉ. वी शांता द्वारा उल्लिखित कठिनाइयों पर मोदी ने कहा कि इन्हें देखा जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी से यह देखने का आग्रह किया कि क्या किया जा सकता है। यह याद करते हुए कि संस्थान की शुरूआत दिवंगत डॉ. मुथुलक्ष्मी रेड्डी ने की थी, पलानीस्वामी ने रेखांकित किया कि शांता के प्रयासों की वजह से आज यह एक बड़े केंद्र में तब्दील हो गया है। ‘डायमंड जुबली’ इमारत केंद्र और राज्य सरकार की मदद वाली पहल है। ।।इसमें अतिरिक्त बहिरंग रोगी सेवा, नाभिकीय चिकित्सा प्रतिष्ठान, आईसीयू बिस्तर, ऑपरेशन के बाद के वार्ड और ऑपरेशन थिएटर हैं। 

 

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