Health Tips: हीट हेडेक की समस्या होने पर इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज, इन आसान उपायों से करें बचाव

By अनन्या मिश्रा | Jun 02, 2025

गर्मियों के मौसम में गर्म हवाएं, चिलचिलाती धूप और शरीर में पानी की कमी के कारण सिरदर्द की समस्या आम हो जाती है। मेडिकल की भाषा में इसको हीट हेडेक कहा जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक तेज गर्मी और कम वायुदाब से सिरदर्द का खतरा बढ़ता है, हालांकि सही जानकारी और कुछ सुरक्षा उपायों से आप सिरदर्द की समस्या से बचा जा सकता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको गर्मियों में होने वाले सिरदर्द के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही यह भी जानेंगे कि गर्मी में सिरदर्द की समस्या क्यों बढ़ जाती है और इससे बचने के लिए क्या उपाय करने चाहिए।


इन कारणों से होता है सिरदर्द

हीट रिलेटेड डिजीज

डिहाइ़ड्रेशन

अपर्याप्त नींद

शराब का सेवन

देर तक भूखा रहना

इसे भी पढ़ें: Health Tips: पीसीओएस की है समस्या तो इंटरमिटेंट फास्टिंग फॉलो करते हुए इन टिप्स का रखें ख्याल


सिरदर्द के अलावा अन्य लक्षण

हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो गर्मी में सिरदर्द होने के साथ मुंह और होंठों का सूखना, कमजोरी और चक्कर आना जैसे अन्य लक्षण दिख सकते हैं। 


हीटस्ट्रोक के कारण सिरदर्द होना खतरनाक

बता दें कि हीट स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति होती है। इसमें बॉडी का टेंपरेचर 39.4°C से ऊपर होने के साथ तेज सिरदर्द होता है और बेहोशी आदि के लक्षण हो सकते हैं। यह एक मेडिकल इमरजेंसी है। ऐसे स्थिति में बिना देर किए डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है।


माइग्रेन और गर्मी के कारण होने वाले सिरदर्द में अंतर

आमतौप पर माइग्रेन में सिर के एक तरफ तेज दर्द होता है। साथ ही इसमें साउंड और लाइट के प्रति सेंसिटिविटी और मतली भी लग सकती है। वहीं गर्मी के कारण होने वाला सिरदर्द तेज लू, डिजाइड्रेशन या हाई टेंपरेचर के कारण होता है। इस दौरान पूरे सिर में दर्द, सिर भारी लगना या थकावट जैसी समस्या होती है। जहां माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है, तो वहीं हीट हेडेक मौसम और बाहरी परिस्थितियों के कारण होता है। इन दोनों का इलाज और बचाव के तरीके भी अलग-अलग होते हैं।


बच्चों व बुजुर्गों में सिरदर्द कैसे पहचानें

बच्चे और बुजुर्गों दोनों में गर्मी और डिहाइड्रेशन को बर्दाश्त करने की क्षमता कम होती है। इसलिए उनका विशेष ख्याल रखना जरूरी होता है। बच्चों में सिरदर्द के साथ चिड़चिड़ापन, सुस्ती, रोना और भूख न लगना जैसे लक्षण दिखते हैं। वहीं बुजुर्गों में ज्यादा पसीना आना, कमजोरी और सिर भारी लगना आदि लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे में सिर दर्द से बचने के लिए खूब पानी पीना चाहिए। वहीं दोपहर के समय बिलकुल भी धूप में नहीं निकलना चाहिए।


उपाय

खूब पानी पिएं।

हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें।

दिन के समय हैवी फिजिकल एक्टिविटी करने से बचना चाहिए।

गर्मी से बचने के लिए एसी और कूलर आदि का इस्तेमाल करें।

दोपहर के समय धूप में बाहर निकलने से बचना चाहिए।

अगर बाहर का काम है, तो बीच-बीच में ब्रेक लेना चाहिए।

किसी भी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर से फौरन संपर्क करें।


सिरदर्द होने पर अपनाएं ये घरेलू नुस्खे

नींबू पानी या नारियल पानी का सेवन करें। क्योंकि यह शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को दूर करने के साथ डिहाइड्रेशन से राहत मिलती है।

तेज धूप की वजह से सिरदर्द हो रहा है, तो ठंडी औऱ हवादार जगह पर जाएं।

गीले तौलिए से या फिर आइस क्यूब को माथे पर रखने से सिरदर्द की समस्या से राहत मिल सकती है।

सिरदर्द की समस्या होने पर किसी शांत और ठंडे कमरे में थोड़ी देर आराम करें।

शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए हर घंटे पर थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें।

इसके साथ ही डाइट में खीरा, तरबूज, सलाद और मौसमी फलों व सब्जियों को शामिल करें। इससे आपका शरीर ठंडा रहता है।

रोजाना अच्छी और गहरी नींद लें। क्योंकि नींद की कमी होने पर भी सिरदर्द ट्रिगर कर सकता है।


सिरदर्द का कारण

प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड्स का सेवन

ज्यादा कैफीन युक्त ड्रिंक्स का सेवन

ज्यादा मसालेदार और तलाभुना भोजन करना

सिगरेट और शराब का सेवन

आइस्क्रीम और सॉफ्ट ड्रिंक्स


तेज सिरदर्द होने पर क्या करें

तेज सिरदर्द की समस्या होने पर फौरन ठंडी जगह पर जाएं और थोड़ी देर आराम करें। वहीं थोड़ी-थोड़ी देर में धीरे-धीरे पानी पीते रहें और माथे पर ठंडे पानी की पट्टी रखें। वहीं जरूरत के हिसाब से डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


ओवर द काउंट दवाएं

गर्मी के कारण होने वाले सिरदर्द में कुछ ओवर द काउंट दवाएं आपको आराम दिला सकती हैं। हालांकि इसका नियमित सेवन करने से पहले आपको हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए।


डॉक्टर की लें सलाह

वैसे तो अधिकतर मामलों में यदि व्यक्ति गर्मी से दूर हो जाता है या पर्य़ाप्त मात्रा में पानी पीता है, तो समय के साथ सिरदर्द की समस्या ठीक हो जाती है। लेकिन सिरदर्द यदि बहुत तेज हो रहा है और लगातार दर्द बना हुआ है। इसके साथ ही गर्दन में अकड़न, और तेज बुखार की समस्या देखने को मिलती है, तो आपको बिना देर किए फौरन डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

प्रमुख खबरें

New Zealand की आसान जीत, जैकब डफी ने झटके पांच विकेट और वेस्टइंडीज पर दबदबा

Vinesh Phogat की दमदार वापसी, 18 माह बाद कुश्ती में लौटेंगी, लॉस एंजेलिस 2028 की करेंगी तैयारी

Lionel Messi India Tour 2025: मेसी का भारत दौरा शुरू, चैरिटी शो और 7v7 मैच में लेंगे हिस्सा

IndiGo Flight Crisis: डीजीसीए ने सीईओ को तलब किया, जांच और मुआवज़े पर सवाल तेज