राजधानी दिल्ली के इन 23 इलाकों की वायु गुणवत्ता बेहद खराब

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 08, 2018

नयी दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार बेहद खराब श्रेणी में बना हुआ है और अधिकारियों ने इसके और बढ़ने की चेतावनी दी है क्योंकि यहां अगले हफ्ते घना कोहरा छाने का पूर्वानुमान है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 343 रिकॉर्ड किया है। अगर एक्यूआई 201 से 300 के बीच है तो उसे ‘खराब’ माना जाता है। अगर यह 301 से 400 है तो ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 है तो ‘गंभीर’ माना जाता है।

इसे भी पढ़ें: दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब, सप्ताहांत पर होगी बदतर

सीपीसीबी के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी के जहांगीरपुरी, नेहरू नगर समेत चार इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई जबकि 26 इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ रही। 26 इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। इसने कहा कि समग्र पीएम 2.5 का स्तर 193 था और पीएम 10 का स्तर 353 था। सीपीसीबी के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, फरीदाबाद एवं नोएडा में भी वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ रिकॉर्ड की गई है।

केंद्र की वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने कहा कि दिल्ली की समग्र वायु गुणवत्ता ‘बहुत गंभीर’ श्रेणी में बनी रहेगी। सफर ने कहा कि मौसम संबंधी स्थिति में मामूली सुधार हुआ है जिस वजह से प्रदूषकों का छितराव हुआ है लेकिन रविवार से वायु गुणवत्ता खराब हो सकती है क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में घना कोहरा छा सकता है। भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान के मुताबिक, अधिकतम वेंटिलेशन सूचकांक शनिवार को 4000 वर्गमीटर प्रति सेंकड रह सकता है।

इसे भी पढ़ें: बढ़ती बीमारियों के लिए तंबाकू से अधिक जिम्मेदार है वायु प्रदूषण

संस्थान ने कहा कि 10 किलोमीटर प्रतिघंटे से कम गति से चलने वाली औसत हवा के साथ अगर वेंटिलेशन सूचकांक 6000 वर्गमीटर प्रति सेंकड से कम है तो यह प्रदूषकों को हटाने के लिए अनुकूल नहीं है।

प्रमुख खबरें

Maharashtra : Thane में रिश्ते की बहन और उसके पति की हत्या के दोषी को आजीवन कारावास

Vadattiwar की शहीद हेमंत करकरे पर टिप्पणी से बिल्कुल सहमत नहीं हूं : Raut

Israeli सेना ने फलस्तीनियों को East Rafah अस्थायी रूप से खाली करने को कहा, जमीनी हमले की आशंका

सरकार विपणन वर्ष 2023-24 में 20 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति दे : ISMA